दरभंगा। नेपाल से दरभंगा आनेवाली जलधारा की रिवर बेसिन में पानी का जबरदस्त जमाव हो रहा है। कमला नदी में आनेवाली जलधारा के बेसिन सिधुली, सिरोही तथा बागमती नदी के रिवर बेसिन में अधवाड़ा के पास जलजमाव हो रहा है। अगले तीन दिनों में प्रतिदिन 140 मिलीमीटर से 400 और 400 से 500 तक बारिश होने की संभावना है। कोशी एवं कमला नदी के तटबंध में बसे 29 गांव व टोले तथा बांध के सटे गांव के लोगों को इस दौरान सर्तक रहना होगा। इसबार का अलर्ट बहुत ही गंभीर है। पिछले वर्ष 12 जुलाई को भारी बारिश हुई थी तथा 14 जुलाई को बांध टूट गया था। उक्त बातें जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने बुधवार को समाहरणालय परिसर स्थित आंबेडकर भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कही। कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जिले में 9 जुलाई की रात से 12 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान व्रजपात की भी संभावना है।
ऑनलाइन समीक्षा बैठक में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता को इसके लिए सभी जरुरी व्यवस्था करने के निर्देश दिया गया है। सभी संबंधित अंचलाधिकारियों को ऊंचे स्थलों को चिन्हित करने, नाव, सामुदायिक रसोई एवं अन्य जरुरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। ताकि, किसी भी आपात स्थिति से निबटते हुए लोगों को बाढ़ व कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके।
ग्रामीण इलाकों में संक्रमण एक प्रतिशत
एक सवाल के जवाब में डीएम ने कहा कि ग्रामीण इलाके में संक्रमण दर एक प्रतिशत है, जबकि शहरी क्षेत्र में संक्रमण की दर अधिक है। इसलिए शहरी क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं। दो दिन पहले ग्रामीण क्षेत्र के एक इलाके से 150 लोगों की कोरोना जांच कराई गई थी, लेकिन एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला। इसके अलावा दरभंगा में कोरोना जांच की दर सबसे ज्यादा है। जांच और प्राप्त पॉजिटिव मामले का प्रतिशत भी राज्य के प्रतिशत से कम है। राज्य का प्रतिशत 4.4 है जबकि दरभंगा जिला का प्रतिशत 3.96 है। जिले में मात्र 63-64 लोग ही पॉजिटिव हैं। कहा कि यहां तीन क्षेत्रों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जहां- जहां तेजी से संक्रमण फैल रहा है, उस इलाके को सील किया जाएगा। लोगों को भी आगे बढ़कर इसमें अपना योगदान देना होगा।
शादी-विवाह के समारोह के लिए थाने में देना होगा शपथ पत्र
कहा कि इस कार्य में सामाजिक कार्यकर्ता व स्थानीय जनप्रतिनिधि भी सहयोग करें। शादी-विवाह समारोह के आयोजक पर संबंधित लोगों को थाना में शपथ पत्र देना होगा। 50 से अधिक लोग समारोह में भाग नहीं लेंगे। सभी लोग फेस मास्क का प्रयोग करेंगे। इसका उल्लंघन पाया जाएगा तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद द्वारा भी कोविड 19 महामारी को देखते हुए इस वर्ष सावन में जलाभिषेक एवं कांवर यात्रा पर रोक लगाई गई है।
