दरभंगा। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के आगमन से पुलिस महकमा में हड़कंप मचा रहा। डीजीपी जनसंवाद के साथ आपराधिक घटनाओं, लंबित मामलों आदि की समीक्षा भी कर सकते हैं। इस आशंका को देखते हुए सभी पुलिस पदाधिकारी अलर्ट मोड में थे। दरअसल, शनिवार के देर रात तक सभी अधिकारी अपने-अपने कर्मियों की मदद से प्रतिवेदन बनाने में व्यस्त रहे। हालांकि, जनसंवाद के बाद न तो पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई और न ही वीडियो कॉन्फ्रेसिग दौरान किसी प्रतिवेदन की मांग की गई। इससे सभी पुलिस पदाधिकारियों ने राहत की सांस ली। डीजीपी अपने आगमन दौरान किसी भी थाना का औचक निरीक्षण कर सकते हैं। इसे देखते हुए सभी थानों को पहले से ही अलर्ट कर दिया गया था। लेकिन, डीजीपी जनसंवाद के बाद समाहरणालय एनआइसी सभागार से निकले के बाद कहीं नहीं गए। वे दरभंगा से मधुबनी जिला के लिए प्रस्थान कर गए। इसे देखते हुए जगह-जगह पुलिस की तैनाती की गई थी। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है। शांतिपूर्ण और भयमुक्त चुनाव कराने में बिहार पुलिस को सक्षम बताया। कहा जनप्रतिनिधियों ओर पुलिस के बीच समन्वय जरूरी है तभी अपराध और शराब तस्करों पर लगाम लग सकता है। डीजीपी पांडेय समस्तीपुर होते हुए सड़क मार्ग से दरभंगा पहुंचे थे। जहां परिसदन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद वे समाहरणालय एनआइसी सभागार पहुंचे। जनप्रतिनिधियों और थानेदारों से संवाद स्थापित करने के लिए सभी प्रखंडों और निकाय कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेसिग की व्यवस्था की गई थी।
