दरभंगा : कोरोना संकट और लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) के दौरान अपने बीमार पिता को साइकिल पर गुरुग्राम से दरभंगा लाने वाली बिहार की बेटी ज्योति कुमार को बड़ा सम्मान मिलने जा रहा है। दरभंगा की ‘साइकिल गर्ल’ को इस बार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (Rashtriya Bal Puraskar) से सम्मानित किया जाएगा। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। उनके साहसिक कदम की तारीफ की। इस दौरान ज्योति कुमारी (Jyoti Kumari) का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हर बच्चे की प्रतिभा देश का गौरव बढ़ाने वाला है।
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से पीएम मोदी ने की बात
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मेरा तो मन है आप सभी से बात करने का, आप एक भारत, श्रेष्ठ भारत की सुंदर अभिव्यक्ति हैं। लेकिन समय के अभाव की वजह से ऐसा संभव नहीं है।’ इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं को खास मंत्र देते हुए कहा कि ‘कार्य मेहनत से ही सिद्ध होते हैं, केवल कल्पना से ही पूरे नहीं होते। आपकी सफलता ने कितने और लोगों को प्रेरित किया है। आपके दोस्त, आपके साथी और देश के दूसरे बच्चे आपसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्हें पूरा करने का भरसक प्रयास करेंगे।’
हर साल आप किसी न किसी की जीवनी ज़रूर पढें ,पीएम ने दिया सुझाव।
पीएम मोदी ने कहा कि ये पुरस्कार आपके जीवन का छोटा सा पड़ाव है, जब आप यहां से जाएंगे तो लोग आपकी खूब तारीख करेंगे। लेकिन आपको ध्यान रखना है कि ये तारीफ आपके कर्म के कारण है। तारीफ में भटककर अगर आप रुक गए तो ये तारीफ आपके लिए बाधा बन सकती है।’ इस दौरान पीएम मोदी ने खास सुझाव देते हुए कहा कि हर साल आप किसी ना किसी की जीवनी जरूर पढ़ें। इससे जीवन में नई प्रेरणा जरूर मिलेगी।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ज्योति भी हुई शामिल
पीएम मोदी ने कहा कि प्यारे बच्चों, इस बातचीत से आप सभी को मिले अवॉर्ड से ये समझ आता है कि कैसे जब एक छोटा आइडिया जब एक राइट एक्शन के साथ जुड़ता है तो कितने बड़े और प्रभावशाली रिजल्ट आते हैं। आप सब खुद इसका कितना बड़ा उदाहरण हैं। ज्योति कुमारी समेत राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 से सम्मानित बच्चों से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके सपने पूरे हों.
ज्योति को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार , पूरे मिथिला में खुशी की लहर
राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 से सम्मानित होने की खबर सुनकर ज्योति के गांव के साथ-साथ पूरे मिथिलांचल में खुशी की लहर है। दरभंगा के एक छोटे से गांव सिरहुल्ली की रहने वाली ज्योति ने मई में कोरोना लॉकडाउन के दौरान अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर करीब 1200 किमी. की यात्रा पूरी की थी। जिस तरह से वह अपने पिता को साइकिल पर बिठाकर गुरुग्राम से दरभंगा लेकर आईं, उसकी चर्चा देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भी हुई थी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ने भी ज्योति के इस कदम का जिक्र करते हुए ट्वीट किया था। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की ओर से ज्योति की मदद के लिए हाथ आगे बढ़े थे। अब ज्योति को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया जा रहा है।
