दरभंगा। सांसद गोपाल जी ठाकुर ने गुरुवार को नयी दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। इस दौरान सांसद ने दरभंगा जुड़े से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को उनके समक्ष रखा। सांसद ने दरभंगा में अवस्थित कामेश्वर सिंह संस्कृत विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा देने, संविधान की अष्टम अनुसूची में शामिल मैथिली भाषा को केंद्रीय पात्रता परीक्षा में शामिल करने, मिथिला संस्कृत स्नातकोत्तर अध्ययन एवं शोध संस्थान के जीर्णोद्धार के लिए भारत सरकार द्वारा संस्थान का अधिग्रहण करने, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम महिला प्रौद्योगिकी संस्थान का जीर्णोद्धार करने एवं भारत सरकार द्वारा इसे अधिग्रहण करने का आग्रह किया। इसके अलावा सांसद ने दरभंगा में तकनीकी एवं प्रबंधन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी व एनआईटी को स्थापित करने का आग्रह किया। सांसद ने कहा कि मिथिला की कुल आबादी लगभग आठ करोड़ है। दरभंगा में केंद्र एवं राज्य सरकार के कई महत्वपूर्ण संस्थान स्थापित और प्रस्तावित है। वर्तमान में यहां दो- दो विश्वविद्यालय, दरभंगा एयरपोर्ट, एयरफोर्स स्टेशन, डीएमसीएच, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, पीटीसी, जिला एवं सत्र न्यायालय, दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज, आईटीआई, पॉलिटेक्निक कॉलेज इत्यादि संस्थान स्थापित हैं और कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं प्रस्तावित है जिसमें मुख्य रूप से एम्स, आईटी पार्क, तारामंडल इत्यादि शामिल हैं। सांसद ने कहा कि दरभंगा मिथिला सहित पूरे उत्तर बिहार में शिक्षा का प्रमुख केंद्र है परंतु दरभंगा में उच्चस्तरीय तकनीकी एवं प्रबंधन संस्थान नहीं होने के कारण क्षेत्र के बच्चों को देश के अन्य शहरों एवं राज्यों में जाना पड़ता है। ऐसे में भविष्य को मद्देनजर रखते हुए दरभंगा में उक्त सभी संस्थानों की स्थापना अति आवश्यक है। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत बेनीपुर और बिरौल अनुमंडल में प्रधानमंत्री कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने एवं स्थानीय इसके प्रशिक्षण कोर्स में कुछ और ट्रेड को शामिल करने का भी आग्रह किया।
