दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह के खिलाफ प्राप्त शिकायतों की जांच राजभवन की तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को करेगी। टीम शुक्रवार को दिन के साढ़े बारह बजे विश्वविद्यालय पहुंचेगी। उसके बाद विवि के सभाकक्ष में सभी शिकायतकर्ताओं का पक्ष सुनेगी। जांच टीम संबंधित दस्तावेजों का भी जायजा लेगी। इसके लिए शिकायतकर्ताओं के आवेदन में वर्णित आरोपों की जांच के लिए संबंधित पदाधिकारी व कर्मचारी को वांछित अभिलेखों के साथ जांच के दौरान उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। राजभवन के संयुक्त सचिव राज कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी में सदस्य के रूप में राजभवन के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार व महावीर प्रसाद शर्मा शामिल हैं। बता दें कि पूर्व कुलपति प्रो. सिंह के खिलाफ राजभवन में शिकायत करने वालों में सभी विश्वविद्यालय के सिडिकेट सदस्य हैं। इनमें नगर विधायक संजय सरावगी, डॉ. हरि नारायण सिंह, डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू, मीना झा, डॉ. धनेश्वर प्रसाद सिंह व सुजीत पासवान शामिल हैं। इन सिडिकेट सदस्यों ने 28 फरवरी को राजभवन जाकर कुलाधिपति सह राज्यपाल को संयुक्त रूप से कुलपति की कार्यशैली के खिलाफ स्मार पत्र सौंपा था। उसी दिन कुलाधिपति ने सिडिकेट सदस्यों को जांच का भरोसा दिया था। इसके बाद अपर सचिव राम अनुग्रह नारायण सिंह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। यह कमेटी 18 मार्च को विश्वविद्यालय आने वाली थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण जांच कमेटी उस दिन विश्वविद्यालय नहीं पहुंच सकी और जांच अधर में लटक गया। इस बीच 22 मार्च को पूर्व कुलपति प्रो. सिंह का कार्यकाल भी समाप्त हो गया और वे अपने मूल स्थान बनारस हिदू विश्वविद्यालय के लिए प्रस्थान कर गए। अब राजभवन ने संयुक्त सचिव राज कुमार सिंहा की अध्यक्षता में एक नई तीन सदस्यीय कमेटी का गठन इस मामले की जांच के लिए किया है जो शुक्रवार को विश्वविद्यालय आने वाली है। पूर्व कुलपति के खिलाफ वित्तीय अनियमितता, भ्रष्टाचार, अवैध नियुक्ति आदि से संबंधित आरोप लगे हैं।
