ललित बाबू के साथ विश्वविद्यालय का नाम जुड़ा होना हमारे लिए गौरव की बात : कुलपति

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ललित बाबू के साथ विश्वविद्यालय का नाम जुड़ा होना हमारे लिए गौरव की बात है। वर्ष 2022 विश्वविद्यालय का स्वर्ण जयंती वर्ष और ललित बाबू का जन्मशती वर्ष है। इसके आयोजन की हमारी महत्वाकांक्षी योजना है। ललित नारायण मिश्र की 99वीं जयंती के अध्यक्षीय आसन से उद्गार व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने उपर्युक्त बातें कहीं। प्रो सिंह ने आगे कहा कि ललित बाबू को राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त था। शायद ही कोई नेता आठ विभागों का मंत्री रहा हो ।ललित बाबू व्यक्तिगत दायित्व को दरकिनार कर राष्ट्र की सेवा की। उनका जीवन ही हमारे लिए संदेश है।

समारोह के मुख्य अतिथि विधायक श्री नीतीश मिश्र ने कहा की संपूर्ण मिथिला ललित बाबू का परिवार था। वे 52 वर्ष की अल्पायु में चले गए पर पर 100 वर्ष का कार्यकाल कर गए। श्री मिश्र ने अगले वर्ष ललित बाबू की जयंती को भव्य रूप में आयोजित करने का अनुरोध विश्वविद्यालय के कुलपति से किया। उन्होंने विश्वविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करने तथा नवाचार और शोध को प्रोत्साहित करने पर बल दिया।

समारोह के विशिष्ट अतिथि और ललित बाबू के पौत्र श्री ऋषि मिश्रा ने कहा कि ललित बाबू रिश्तो को निभाते थे जो आज के राजनीतिक जीवन में दुर्लभ हो गया है। उनका परिवार 1922 से ही मिथिलांचल की सेवा करता रहा है। उन्होंने कुलपति से अनुरोध किया कि ललित बाबू की जन्मशती के वर्ष में विश्वविद्यालय में उनकी काश्य प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि 1990 के बाद पटना में मिथिला की आवाज कम सुनी जाती है। इस क्षेत्र से एक उप मुख्यमंत्री होना चाहिए। ललित बाबू के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए प्रति कुलपति प्रो डॉली सिन्हा ने कहा कि ललित बाबू के सपनों को साकार करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

प्रोफेसर सिन्हा ने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय में शोध की बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। हमें ललित बाबू की जन्मशती और विश्वविद्यालय की स्वर्ण जयंती के अवसर पर एडवांस रिसर्च सेंटर स्थापित करने पर जोर देना होगा।जयंती समारोह में आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कुल सचिव डा मुस्ताक अहमद ने कहा कि ललित बाबू को मिथिला तक सीमित करना उनके कद को छोटा करना होगा। वे वस्तुतः राष्ट्र नेता थे। जयंती समारोह के अवसर पर ललित बाबू पर केंद्रित पुस्तिका का लोकार्पण किया गया। समारोह का शुभारंभ विश्वविद्यालय मुख्यालय स्थित ललित बाबू की मूर्ति पर माल्यार्पण से हुआ। मुख्य समारोह जुबली हॉल में आयोजित किया गया। संगीत एवं नाट्यशास्त्र विभाग के छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रगान, कुलगीत एवं स्वागत गान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन पेंशन पदाधिकारी डॉ सुरेश पासवान ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस समन्वयक डॉ विनोद बैठा ने किया। इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी श्री कैलाश राम, अध्यक्ष छात्र कल्याण डा अशोक कुमार झा , अभिषद सदस्य डा वैद्यनाथ चौधरी , श्रीमती मीना झा , संकायाध्यक्ष प्रो गोपी रमन प्रसाद सिंह,प्रो प्रीति झा, प्रो रतन कुमार चौधरी , प्रो पुष्पम नारायण, स्नातकोत्तर शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो चंद्रभानु प्रसाद सिंह, प्रो जितेंद्र नारायण , डा ममता रानी ठाकुर ,सी सी डी सी शडा सुरेंद्र कुमार समेत बड़ी संख्या में शिक्षक कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे ।समारोह का समापन राष्ट्रगान से हुआ।

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