दरभंगा : हिंसा की आग में जल रहा है बिहार और तुष्टिकरण की राजनीति में पूरी तरह अंधी और निकम्मी हो चुकी है नीतीश सरकार, उक्त बातें दरभंगा सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने बिहार में रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद बाद सासाराम और नालंदा में भड़की हिंसा पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और महागठबंधन की सरकार समाज में वैमनश्यता फैला कर वोट प्रॉफिट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि रामनवमी के दिन बिहार सरकार जानबूझकर इस इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात नहीं किया था। यह राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित दंगा है। सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार का पुलिस प्रशासन पर कंट्रोल पूरी तरह से खत्म हो गया है, बिहार में पुनः नब्बे की दशक की तरह दंगाइयों का राज आ गया है, अब बिहार में जंगल राज रिटर्न हो चुका है।
सांसद डॉ ठाकुर ने कहा की जिस प्रदेश का मुख्यमंत्री अपने गृह जिला को नहीं संभाल सकता है, जिसे अपनी गृह जिला के पुलिस प्रशासन पर कोई कंट्रोल नहीं है। वह राज्य को क्या चलाएंगे। यह बड़ा सवाल है। बिहार पूरी तरह गलत लोगों के हाथ में चला गया है। उन्होंने कहा की नालंदा और सासाराम से लोगों की पलायन की तस्वीरे भी आ रही है जो काफी चिंता जनक है।
उन्होंने कहा कि अभी बिहार हिंसा की आग में जल रहा है, ऐसे में नीतीश कुमार हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करने और पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के बजाय जानबूझकर एक कौम के साथ खड़े होकर इफ्तार पार्टी करके एक विशेष वर्ग के लोगों का मन बढ़ा रहे हैं और संदेश दे रहे है कि वह उस कौम के वोट के लिए किसी भी स्तर तक जा सकते है। बिहार सरकार पूरी तरह असंवेदनहीन हो चुकी है। सांसद ने कहा कि जिस प्रकार रोम जल रहा था और नीरो बासुंरी बजा रहा था,वर्तमान में नीतीश कुमार उसी मुद्रा में है। उन्होंने रामनवमी जुलूस पर हुए पथराव और उसके बाद भड़की हिंसा की जांच एनआईए से करने की भी मांग किए। सांसद ने कहा की नीतीश कुमार से अगर बिहार नही चल रहा है तो वह पद से इस्तीफा दें दें, लेकिन सत्ता लोभ में बिहार को दंगा की आग में मत झोंके।
