जिला स्तरीय विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन।
दरभंगा, निशांत झा :- कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण बिहार, पटना तथा जिला प्रशासन दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में नेहरू स्टेडियम (पोलो मैदान) लहेरियासराय में आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन संयुक्त रूप से जिलाधिकारी राजीव रौशन, कार्यक्रम के अध्यक्ष सह नगर विधायक संजय सरावगी, विधायक बेनीपुर विनय कुमार चौधरी, अलीनगर विधायक मिश्रीलाल यादव, विधान पार्षद अर्जुन सहनी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर एवं नारियल फोड़कर किया गया।
इस अवसर पर खिलाड़ियों ने शपथ लेते हुए कहा कि खेल को सच्ची खेल भावना के साथ खेलेंगे, नियमों एवं निर्णयों का अनुपालन करेंगे। हम तो वही करेंगे जिससे जिला का मान बढ़े एवं खेल की प्रतिष्ठा रहे, जय खेल, जय खिलाड़ी।
इसके बाद जिलाधिकारी एवं सभी विधायक व विधान पार्षद द्वारा खेल ध्वजारोहण करते हुए “जिला स्तरीय विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता, दरभंगा” अंकित गुब्बारा को आसमान में छोड़ा गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मंच पर उपस्थित सभी विधायकों एवं विधान पार्षद का कार्यक्रम में अभिनंदन करते हुए एवं कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों व दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि मिथिला की हृदय स्थली दरभंगा में जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह निश्चय ही दरभंगा एवं हम सब के लिए गौरव की बात है।
उन्होंने कहा कि यदि हमें अपने देश का भविष्य उज्जवल करना है, यदि अपने राज्य की संस्कृति को आगे ले जाना है तो, शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद को भी उतना ही महत्व देना होगा।
उन्होंने कहा कि इतिहास साक्षी है कि वह देश सदा आगे रहा है जहां खेलकूद को अधिक महत्व दिया जाता रहा है, खेल युवाओं में ऊर्जा का संचार करता है, अस्मिता की पहचान से लोगों को व नागरिकों को अवगत कराता है, एकता की भावना विकसित करने में मदद करता है एवं समग्र रूप से देश व उस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत व पहचान को आगे ले जाने का काम करता है।
हम जानते हैं बिहार में देश की लगभग 10 प्रतिशत आबादी रहती है और हमारे यहां की आबादी में सर्वाधिक संख्या युवाओं की है। परंतु खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी जो उपलब्धि और पहचान होनी चाहिए, वह हासिल नहीं है।
परंतु हमारे सामने गौरवशाली अतीत भी है और स्वर्णिम पथ भी दिखाई दे रहा है। जिस पर चलकर हम बिहार एवं दरभंगा का नाम आगे कर सकते हैं।
जब हम जब खेलकूद की बातें करते हैं तो कई लोगों को लगता है कि हम समय की बर्बादी कर रहे हैं, लेकिन हम अवलोकन करेंगे तो पाएंगे कि खेल हमारे मानसिक और व्यक्तित्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमें अनुशासन सिखाता है, हमें मानसिक व शारीरिक शांति प्रदान करता है। इसके बिना किसी भी व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास नहीं हो सकता है।
उन्होंने प्रतिभागियों का हौसला अफजाई करते हुए विजयी भव: का आशीर्वाद दिया तथा मिथिला के साथ साथ अपना व अपने खेल का नाम राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर रौशन करने एवं मिथिला की संस्कृति को आगे ले जाने को कहा। उन्होंने कहा कि आज की वैश्विक राजनैतिक परिदृश्य में खेल का महत्व और भी बढ़ जाता है।
उन्होंने रूस एवं यूक्रेन की स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि वर्तमान दुनिया तनाव की दौड़ से गुजर रही है।
आज के दौर में वही देश आगे रहेगा जहां राष्ट्रीयता की भावना वहां के लोगों में कूट-कूट कर भरी होगी। खेल एक व्यक्ति को दूसरे से जोड़ता है, खेल एक टीम की भावना विकसित करने में मदद करता है। इसलिए राष्ट्रीयता की भावना विकसित करने में खेल काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने एक शेर से अपनी वाणी को विराम दिया- “मुश्किलें दिल के इरादे आजमाती है, स्वप्न के पर्दे निगाहों से हटाती है, हौसला मत हार गिरकर ऐ मुसाफिर, ठोकरें इंसान को चलाना सिखाती है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दरभंगा शहर के विधायक संजय सरावगी ने मंच पर उपस्थित सभी का अभिनंदन करते हुए कहा कि खेल जीवन जीने की पद्धति है, यह राष्ट्रीय भावना जागृत करती है, खेल से मानसिक व शारीरिक संतुलन भी बनता है। उन्होंने कहा कि मिथिला पूरे देश में मेधा के नाम से जाना जाता है और खेल के क्षेत्र में हमारा बिहार एवं दरभंगा प्रगति की ओर है। बिहार सरकार द्वारा खेल के विकास के लिए राजगीर में खेल विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा की गयी है। युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा फिट इंडिया मूवमेंट के तहत पूरे देश में 1000 खेलों इंडिया सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है और आने वाले समय में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए हम खेलो इंडिया सेंटर के रूप में दरभंगा को देखेंगे।
उन्होंने कहा कि खेल के विकास के लिए बहुत सारे कार्यक्रम सरकार चला रही है। सरकार खेल के विकास के लिए राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को पुरस्कार देती है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जो खिलाड़ी नाम करते हैं, उन्हें सरकार पुरस्कार एवं नौकरी भी देती है। दरभंगा जिला के दो खिलाड़ी इसमें शामिल हैं।उन्होंने कहा कि विद्यालय में शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति होती है, यहां के खेल पदाधिकारी को प्रखंड स्तर पर जाकर उनके साथ बैठक करनी चाहिए। मिडिल स्कूल एवं हाई स्कूल में खेल का आयोजन कराया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक खिलाड़ी तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को हमेशा ऊंचा लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बेनीपुर के विधायक डॉ. विनय कुमार चौधरी ने मंच पर उपस्थित सभी का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि बिहार में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा पहली बार बिहार में खेल विश्वविद्यालय स्थापना किया जा रहा है जिससे खिलाड़ियों का सर्वांगीण विकास होगा। दरभंगा के खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए डॉ चौधरी ने कहा कि खेल में प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यदि आप खेल को अपना लक्ष्य बनाते हैं। तो, उसमें मेहनत की आवश्यकता होती है, उन्होंने कहा कि दरभंगा को खेलो इंडिया के तहत 50 करोड़ रुपये केंद्र सरकार से प्राप्त हुआ है। इसका प्रयोग यहाँ के खिलाड़ियों की अधिक से अधिक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाए। उन्होंने दरभंगा में चल रहे एकलव्य खेल प्रशिक्षण केंद्र की भी चर्चा की।
इस अवसर पर उपस्थित अलीनगर के विधायक मिश्रीलाल यादव ने कहा कि दरभंगा में जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता के आयोजन के लिए बिहार सरकार को बधाई देना चाहता हूं।
उन्होंने कहा कि आज का दौड़ प्रतियोगिता का दौर है और यहां के बच्चे खेल प्रतियोगिता करेंगे। उन्होंने कहा कि आज बिहार सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है और दरभंगा जिला भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि दरभंगा के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर बिहार और दरभंगा का नाम रौशन करें।
इस अवसर पर विधान पार्षद अर्जुन सहनी ने कहा कि जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता में जिले के सभी प्रखंडों के 3500 खिलाड़ी निबंधन कराया है, इसका तात्पर्य है कि दरभंगा जिला खेल के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ0 अनिल कुमार सिन्हा, जिला खेल पदाधिकारी विजय कुमार पंडित, जिला खेल संघ के सचिव जितेंद्र सिंह एवं संबंधित पदाधिकारी गण उपस्थित थे।
