दरभंगा : जिले के मनीगाछी प्रखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था पूर्ण रूप से जर्जर है ये किसी से छिपा नहीं है, चाहे जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी या स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की उदासीनता हो।
यहां के लोग स्वास्थ्य सुविधा से पूर्ण रूप से वंचित है, लेकिन अभी तक कोई पहल नही हुआ है। एमएसयू के छात्र नेता सह युवा समाजसेवी सुमित माऊँबेहटिया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मनीगाछी प्रखंड अंतर्गत सभी पंचायत में स्वास्थ्य उपकेंद्र बनकर वर्षो पहले तैयार हो चुका है, लेकिन आज तक इस स्वास्थ्य उपकेंद्र में डॉक्टर नही बैठा। इस कोरोना महामारी के बीच भी ना तो दवाई , ना तो मेडिकल उपकरण की व्यवस्था की गई। सरकार बड़े बड़े वादे कर रहे है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
सुमित ने कहा कि मनीगाछी प्रखंड के PHC में मात्र 1 एम्बुलेंस है। इसकी संख्या में बढ़ोतरी किया जाए। महिला डॉक्टर की नियुक्ति किया जाये। उपस्वास्थ्य केंद्र में भी सप्ताह में 1 दिन शिविर लगाकर गाँव के गरीब मरीजों को देखा जाएं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पिछले दिनों यास तूफान से सैकड़ों घर गिर गया लेकिन अभी तक उन्हें सरकारी मदद नही मिल पाई है जिसके कारण लोग बिना घर के खुले आसमान में सोने को मजबूर है। जिनका तूफान से घर गिरा है उन्हें जल्द से जल्द उचित सुविधा मुहैया करवाया जाएं।
