दरभंगा । कन्हौली गांव में बीते 29-30 जून की रात हुई भीषण डकैती की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस घटन में संलिप्त चार डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी पाकर तत्काल मौके पर पहुंचे एसएसपी ने अपने अधीनस्थ डीएसपी उमेश्वर चौधरी के नेतृत्व में टीम का गठन कर इंस्पेक्टर मदन प्रसाद सहित अन्य अधिकारियों को इसके पर्दाफाश के लिए समय सीमा निर्धारित कर दी थी।टीम में शामिल डीएसपी उमेश्वर चौधरी, इंस्पेक्टर मदन प्रसाद व थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ संदिग्धों के विरुद्ध छापामारी शुरू कर दी। इसी छापेमारी में 3 जून को मधुबनी जिला के झंझारपुर मदरसा चौक के वार्ड 11 से मो. रफीक के पुत्र मो. शहीद को गिरफ्तार कर किया। तलाशी के दौरान उसके पास से वादी का बैंक पासबुक बरामद हुआ पूछताछ में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। मो. शहीद की निशानदेही पर मधुबनी जिला के रहिका थाना क्षेत्र के सुगौना गांव से मो. तमन्ना एवं मधुबनी नगर क्षेत्र के लहेरियागंज निवासी मंगल साह को गिरफ्तार कर उसके घर से घटना के वक्त रेकी करने के लिए प्रयोग की गई बरामद करने में पुलिस सफल रही। घटना के पर्दाफाश में लगी टीम में शामिल पदाधिकारियों ने लगातार छापेमारी में बम बनाने की कला में निपुण दरभंगा लक्ष्मीसागर निवासी बाबा पासवान को भी गिरफ्तार कर लिया। बाबा पासवान ने पूछताछ में बताया कि बम बनाने के लिए बारूद खरीदने को लेकर 7 हजार रुपये में एक किलो बारूद आपूर्ति की गई थी। जानकारी के अनुसार गिरफ्तार लोगों ने वरीय पुलिस पदाधिकारी के सामने घटना में शामिल होने की बात स्वीकारी है। एसएसपी बाबू राम ने स्वयं इन लोगों से घटना की विस्तृत जानकारी हासिल की और वादी से अपराधियों की पहचान भी करवाई। थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि इस घटना में शामिल अन्य आधे दर्जन लोगों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। बताया कि गिरफ्तार लोगों ने इसी गांव में 2018 में नवेंदु झा के घर में हुई डकैती, जनवरी 2019 में प्रभाष झा के घर में हुई डकैती एवं पुर्णेंदु के घर में हुई डकैती में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि ये लोग चिह्नित अपराधी हैं और मो. तमन्ना रैयाम थाना की घटनाओं के भी वांछित अभियुक्त हैं।
