दरभंगा। बिहार एंबुलेंस कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के एंबुलेंस चालक समेत अन्य कर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। सभी कर्मी ने सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना दिया। अन्य जिलों या प्रखंडों के गंभीर मरीज रिक्शा, टेंपो, निजी वाहन तथा निजी एंबुलेंस से डीएमसीएच आ रहे हैं। इधर निजी एंबुलेंस वाहनों की पूछ डीएमसीएच में बढ़ गई है। एम्बुलेंस 102, लाइफ सपोर्टिंग, लाइफ एडवांस और शव वाहन आदि का परिचालन ठप रहा। इनकी मांगों में न्यूनतम मजदूरी पर पाबंदी, आठ से अधिक घंटे काम लेने पर रोक, ओवरटाइम का भुगतान, वेतन में से ईएसआइसी, ईपीएफ के अंशदान की कटौती को खाते में जमा करना, एम्बुलेंस की मरम्मत कराने, मनमाने ढंग से कर्मियों के निलंबन पर रोक लगाने, एम्बुलेंस का कागजात उपलब्ध कराने और उसको मानक पर रखने आदि शामिल हैं। 35 कर्मियों के वेतन को अवैध ढंग से काटा गया :
अध्यक्ष विमलेश कुमार ने बताया कि जब तक मांगों की पूर्ति नहीं होती है तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा। सरकार से राशि का भुगतान हो चुका है लेकिन तय अंशदान की कटौती की राशि कर्मियों के खाते में जमा नहीं की गई है। 35 कर्मियों के वेतन को अवैध ढंग से काट लिया गया है। हड़ताल से बढ़ी मरीजों की पीड़ा
