दरभंगा। तन समर्पित, मन समर्पित, जीवन समर्पित, तेरा वैभव बना रहे, हम भले चार दिन रहें। सांसद गोपालजी ठाकुर के इतना कहते ही पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। सांसद ने कहा कि यहां की जनता का आभारी हूं कि मुझे अपना बहुमूल्य वोट देकर लोकसभा में भेजा। समर्पित भाव से काम करूंगा। मिथिला से जुड़े छोटे-छोटे विषय हमारी सरकार व प्रधानमंत्री के संज्ञान में है। अब मिथिला का विकास हर तरफ नजर आएगा। कहा कि मिथिला-मैथिली के प्रति जितना भाजपा की सरकार ने किया, उतना अब तक की किसी सरकार ने नहीं किया। अब बाढ़ के स्थायी निदान के लिए काम हो रहा है। नदी किनारे के गांवों में आर्सेनिक युक्त दूषित जल की समस्या है, इस दिशा में कार्ययोजना बना कर कार्य करेंगे। डीएमसीएच में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का जल्द उद्घाटन होने जा रहा है। कोई भी परिस्थिति आ जाए, डीएमसीएच के दो सौ एकड़ जमीन में एम्स का निर्माण होकर रहेगा। दरभंगा को राजधानी ट्रेन से जोड़ने की मांग संसद में उठाई गई है। दरभंगा-सहरसा एवं दरभंगा-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के लिए भी आवाज उठाई है। हवाई सेवा दिसंबर से शुरू होने की संभावना है। दरभंगा उच्च शिक्षा का हब माना जाता है। यहां दो विश्वविद्यालय हैं। कोशिश है कि इनमें से एक को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिले। राज्य सरकार का सहयोग मिला तो राज मैदान को अंतरराष्ट्रीय खेल मैदान में बदलने की योजना है। दरभंगा में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने की दिशा में पहल की गई है। प्राथमिक शिक्षा में मैथिली को शामिल करने की दिशा में प्रयत्नशील हैं। सांसद ने कहा कि समस्याओं का कोई अंत नहीं होता। हर समस्या का समाधान भी नहीं किया जा सकता, लेकिन यदि सबका सहयोग मिले तो मिथिला को एक नया रूप, नई पहचान पाने से कोई रोक नहीं सकता।
