न्यूज ऑफ़ मिथिला डेस्क. बीजेपी से निलंबित सांसद श्री कीर्ति झा आजाद बिहार के सांसदों में सदन में प्रश्न पूछने के मामले में 446 प्रश्नों के साथ दूसरे पायदान पर रहे। श्रीमती रमा देवी प्रथम स्थान पर रहीं। सांसदों के सदन कार्यों की सूची रखने वाली संस्था पीआरएस की अधिकारिक वेबसाइट से यह स्पष्ट होता है। संसदीय क्षेत्र के महत्वपूर्ण विषयों को भी लोकसभा अधिनियम 377 अंतर्गत 30 विषयों को भी सरकार के समक्ष रखा जिसमें:- दरभंगा रेलवे स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाएं, दरभंगा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने एवं आर्सेनिक जल की समस्या, लोहना रोड-मुक्तापुर नई रेल लाइन परियोजना को आरंभ करने, दरभंगा में भू-स्तर गिरावट समस्या तथा किसानों को क्षतिपूर्ति देने, मिथिला राज्य की मांग, दरभंगा में तारामंडल के शीघ्र अधि स्थापना, दिग्घी, हराही, गंगासागर पोखरों के सौंदर्यीकरण रेलवे ओवर ब्रिज के शीघ्र निर्माण, दरभंगा में टर्सरी; कैंसर संस्थान की मांग, बिहार ऐम्स में हृदय, कैंसर, न्यूरो विभागों को चालू कराने की मांग, दरभंगा में सॉफ्टवेर टेक्नोलॉजी पार्क की मांग, राष्ट्रीय बीमा स्कीम में उत्तर बिहार के लोगों को हो रही समस्या, दरभंगा में बन्द पड़ी चीनी मिलों को चालू कराने की मांग, बिहार के किसानों के धान खरीद में आ रही समस्या, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग, बिहार में माध्यमिक शिक्षा में सुधार की मांग, बी0एस0एन0एल0 मोबाईल के सेवाओं को दरभंगा में बेहतर कराने की मांग, दरभंगा रेलवे स्टेशन पर यात्री सुरक्षा की व्यवस्था की मांग आदि शामिल है.
सांसद ने कहा कि बहुत से राजनैतिक लोग जनता में फैल फैलाते रहते हैं कि सांसद कुछ नहीं करते सदन में सांसद द्वारा क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को प्राथमिकता से रखा जाता है एवं हर क्षेत्र समस्याओं से सांसद भली भाती अवगत हैं, यह आंकड़े तमाचा है उन लोगों के लिए जो सांसद के खिलाफ जनता में भ्रम फैला रहें हैं। सांसद श्री कीर्ति आज़ाद ने प्रति वर्ष सांसद कोष में मिलने वाली 5 करोड़ की राशि का भी उपयोग करते हुए अभी तक दरभंगा प्रशासन को क्षेत्र विकार हेतु 2014-2015 से आज तक स्थिति तक 415 कार्यों जिस पर अनुमानित राशि 2355.017 लाख की स्वीकृति कर चुके हैं साथ ही 5 से 6 करोड़ की अनुशासन प्रशासन के पास है। प्रशासन के लचर व्यवस्था के कारण समय पर UC नहीं देने के कारण सांसद कोष की 3 किस्त अभी भी रूकी हुई है। सांसद कीर्ति आज़ाद ने एक तरह से 25 करोड़ से अधिक कार्यों की अनुशंसा स्वीकृति प्रशासन को दे दी है। धरातल में कार्य कराने के लिए जिम्मेदार जिला प्रशासन है। सांसद कीर्ति आज़ाद बिहार के अन्य सांसदों के मुकाबले सबसे अधिक स्थानीय मुद्दों को सदन में रखने वाले रहे। उन्होंने सबसे अधिक प्रश्न मिथिलांचल, दरभंगा, बिहार से जुड़े हुई विषयों पर पूछे जिससे दरभंगा एयरपोर्ट, दरभंगा की कला संस्कृति, भाषा सम्वर्धन, दरभंगा-समस्तीपुर रेलवे दोहरी करण, विद्युती करण रेलवे ऊपरी पुल, प्रधानमंत्री सड़क योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना, बिहार के किसानों की समस्या, सिंचाई समस्या, मिथिलांचल से रोजगार के लिए पलायन की समस्या राष्ट्रीय राज्य मार्ग से जुड़ी समस्या, पासर्पोट कार्यालय अधिस्थाना हेतू, कई विषयों का सरकार के समक्ष रखकर समाधान कराने का प्रयास सांसद ने किया। सांसद दिल्ली कार्यालय से दरभंगा से ईलाज हेतू दिल्ली आने वाले रोगियों को पूर्ण सहायता दी जाती है, साथ ही प्रधानमंत्री राहत कोष, मुख्यमंत्री राहत कोश, डॉ. भीमराव अम्बेडकर संस्थान एवं एन0जी0ओ0 के माध्यम से करोड़ों रूपयों में आर्थिक सहायता भी दिलाई जा चुकी है।
