दरभंगा । जिले में एमएसयू पर लाठीचार्ज का मामला ठंडा होता नहीं दिख रहा। एमएसयू के संस्थापक सदस्य कमलेश मिश्रा ने कहा कि प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर के हालात बेहद चिंताजनक हैं। ऐसे में दरभंगा के हालात और भी बदतर हैं। यहां लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है। पुलिस बल प्रयोग कर हमारी आवाज़ को दबाने का काम करती है।
श्री मिश्रा ने कहा दरभंगा शांत शहर है, लेकिन जदयू नेता व बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के करीबी संजय झा ने अपने निजी राजनीतिक स्वार्थों के चलते अशांत बना दिया। लोकतांत्रित रूप से प्रदर्शन कर रहे एमएसयू सेनानियों पर लाठियों की बारिश बिना संजय झा के इशारे के हो नहीं सकती।
आपको बता दें कि दरभंगा की राजनीति में एय़रपोर्ट का क्रेडिट लेने को लेकर होड़ चल रहा है। जेडीयू के महासचिव संजय झा के समर्थक गाहे बगाहे दावा करते रहते हैं कि उनके ही प्रयास से दरभंगा में एयरपोर्ट का सपना साकार हो रहा है।
न्यूज ऑफ मिथिला के संचालक निशान्त झा के संग टेलीफोनिक बातचीत में कमलेश मिश्रा ने कहा है कि आखिर किस बात का क्रेडिट ले रहे हैं संजय झा? श्री मिश्रा ने कहा कि सांसद कीर्ति आजाद,मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन समेत दरभंगा-मिथिला के हर एक युवाओं का इसमे बड़ा योगदान हैं और उन्होंने एयरपोर्ट के लिए अथक प्रयास किया है।
MSU सेनानी पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज बिना राजनीतिक इशारे से संभव नहीं है। जिस प्रकार से अविनाश भारद्वाज, अनूप मैथिल, सागर नवदिया सहित सैकड़ों सेनानी पर पुलिस के द्वारा जानलेवा हमला किया गया है वह केवल और केवल राजनीतिक इशारे पर हुआ है। दरभंगा के पास NH57 जाम मिथिला विकास बोर्ड की मांग को लेकर किया जा रहा था। मौका का फायदा उठा कर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने MSU सेनानी पर जानलेवा हमला करवाया। आखिरकार संजय झा को MSU से क्या दुश्मनी है??? संजय झा के हर झूठ (AIIMS, एयरपोर्ट सहित अन्य मामला) का उजागर MSU करती रही है। छात्रसंघ चुनाव में भी संजय झा के खिलाफ सर्किट हाउस में MSU ने विरोध किया था। इन सभी का बदला संजय झा ने बिहार के पुलिसिया गुंडे के द्वारा लिया है। हर हमले और चोट का जबाब दिया जाएगा।
