दरभंगा । हायाघाट विधायक अमरनाथ गामी के 30 अप्रैल को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा की घोषणा के बाद इस मसले पर राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। इस्तीफा की घोषणा पर चुप्पी तोड़ते हुए 14 मई को राज्य परिषद सदस्य अजय चौधरी ने बयान जारी कर विधायक गामी पर दबाव की राजनीति करने का आरोप लगाया। इसके जवाब में विधायक गामी ने बुधवार को शिवाजीनगर स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर दोनों नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी में उनकी आस्था पूरी तरह बनी हुई है। वे अपने नेता नीतीश कुमार व उनकी नीति के साथ हैं। विधायक ने उनके खिलाफ मुख्यमंत्री का कान भरने का आरोप लगाते हुए कहा कि साजिश करने वालों के मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे। गामी ने कहा कि हायाघाट की जनता ने तो उन्हें विधायक का प्रमाण पत्र दिया है, लेकिन हायाघाट में तीन विधायक एक साथ काम कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष सुनील भारती व राज्य परिषद सदस्य अजय चौधरी पर अघोषित विधायक के रूप में काम करने का आरोप लगाते हुए गामी ने कहा कि सब बातों की जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दे चूका हूं। जिलाध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के नेताओं के पास जाकर दल विरोधी आचरण की खबर फैलाने का काम करते हैं। जिस बैठक में हम उपस्थित नहीं थे, उसमें मेरे ही क्षेत्र के जिला सचिव रामविलास मंडल से मुझ पर राजद में जाने का आरोप लगवाया। उस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव संजय झा व क्षेत्रीय प्रभारी कामाख्या सिंह भी मौजूद थे। जब मुझे इन बातों की जानकारी मिली तो सीएम को अवगत कराया, उसके बाद राष्ट्रीय महासचिव व क्षेत्रीय प्रभारी ने देर रात मुझसे मिलकर गलत बोलने वाले कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की बात कही। गामी ने कहा कि जो अजय चौधरी आज मुझपर पार्टी विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं, वे खुद बहादुरपुर से पार्टी के प्रत्याशी मदन सहनी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़े थे। कहा कि दोनों नेताओं ने मिलकर नीतीश कुमार का कान भरकर उन्हें दिग्भ्रमित किया। मुझ पर राजद में शामिल होकर शहर से चुनाव लड़ने की कोशिश का दुष्प्रचार किया गया, जबकि सीएम खुद मुझे शहर से लड़वाना चाहते थे, लेकिन मैंने अपनी जिद से हायाघाट से चुनाव लड़ना तय किया। गामी ने कहा कि जब तक सीएम नीतीश कुमार सक्रिय राजनीति में हैं, उनका साथ कभी नहीं छोडूंगा, किसी दूसरी पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी मुझे जो सजा देनी है वह दे दे। मुझे कान पकड़ के उठा बैठी करवाएं या थूक चाटने को कहे हम करेंगे लेकिन हम जदयू में ही रहेंगे।
