नई दिल्ली । दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सरकार की तरफ से बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि मैथिली भाषा अब दिल्ली में 8वीं से 12वीं तक के बच्चों को वैकल्पिक विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही दिल्ली सरकार आईएएस और अन्य सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए भी मैथिली विषय की कोचिंग उपलब्ध कराएगी.
अभी जिस तरह से उर्दू की भाषा स्कूलों में पढ़ाई जाती है उसी तरह मैथिली अब पढ़ाई जाएगी। कंप्यूटर सीखने के लिए अब मैथिली का कंप्यूटर फॉन्ट भी बनवाया जाएगा। दिल्ली सरकार अब मैथिली और भोजपुरी को बढ़ावा देने के लिए अवार्ड भी शुरू करेगी। इसके लिए कुल 12 अवार्ड्स दिए जाएंगे।
लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार इस दिशा में भी काम करेगी। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ सकें इसके लिए मैथिली-भोजपुरी उत्सव दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध जगह कनाट प्लेस में मनाया जाएगा। यह पूरे पांच दिनों तक चलेगा।
हालांकि भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल नहीं किया गया है। इस कारण भोजुपुरी भाषा नहीं पढ़ाई जाएगी। हालांकि भोजपुरी भाषी लोगों के लिए केजरीवाल सरकार काम करेगी। आप सरकार केंद्र सरकार से इससे संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने के लिए लिखेगी।
