बैजू के सपनोँ को साकार किया सीपी ,अब CBSE पाठ्यक्रम में भी पढाई जाएगी मैथिली।

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नई दिल्ली । केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई पाठ्यक्रम में मैथिली को विषय को शामिल किए जाने से आम मिथिलावासी में खुशी की लहर दौड़ गई है। सोमवार को मणि शृंखला के लेखक एवं भारत निर्वाचन आयोग के आइकॉन मणिकांत झा के नेतृत्व में नई दिल्ली स्थित आवास पर डॉ सीपी ठाकुर से मिलने गए विद्यापति सेवा संस्थान के तीन सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को उक्त पत्र की प्रति सौंपते हुए यह जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल मे मणिकांत झा के अतिरिक्त मैथिली साहित्य जगत में हास्य सम्राट के नाम से विख्यात डॉक्टर जयप्रकाश चौधरी जनक एवं समाजसेवी महेश झा शामिल थे । प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने इस उपलब्धि के लिए मौके पर ही डॉ ठाकुर को मिथिला की परंपरा अनुरूप पाग व चादर प्रदान कर सम्मानित किया।
इधर, विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने मैथिली को मान-सम्मान का दर्जा दिलाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर के प्रति समस्त मिथिलावासी की ओर से कृतज्ञता ज्ञापित की है। श्री बैजू ने बताया कि सीबीएसई के पाठ्यक्रम में मैथिली को शामिल करने की मांग को लेकर विद्यापति सेवा संस्थान का एक प्रतिनिधिमंडल 17 जुलाई 2018 को पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री सीपी ठाकुर से नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर मिला था जिसमें उनके अतिरिक्त मैथिली सेवी मणिकांत झा एवं महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन हीरा कुमार झा शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल की मांग को जायज ठहराते हुए डॉ ठाकुर ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को एतत् संबंधी अनुरोध पत्र लिखा था जिसके जवाब में उन्होंने कृत कार्यवाही की सूचना प्रेषित करते हुए सूचित किया है कि सीबीएसई के आठवीं कक्षा के पाठ्यक्रम मैथिली विषय को शामिल करते हुए आगे की कक्षाओं में इस विषय की पढ़ाई को जारी रखने की इच्छा रखने वाले शिक्षण संस्थानों को अनुमति प्रदान कर दी गई है।
सोमवार को एक विज्ञप्ति जारी कर विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा है कि 90 के दशक से मिथिला मैथिली की सेवा मे अनवरत लगे पद्मश्री डॉ सीपी ठाकुर ने विगत दिनों संपन्न 46 में मिथिला विभूति पर्व समारोह का उद्घाटन करते हुए संकल्प लिया था कि प्राथमिक शिक्षा में मैथिली की पढ़ाई शुरू किए जाने के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे और इस समाचार के आने से समस्त मिथिला वासी में खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्होंने कहा है कि इस बड़ी उपलब्धि को हासिल करने में डॉ ठाकुर की प्रभावकारी भूमिका के लिए संस्थान द्वारा उनका नागरिक अभिनंदन किया जाएगा।
मैथिली को सीबीएसई पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर इससे प्राथमिक शिक्षा में मैथिली को सम्मानजनक स्थान मिलने के साथ साथ बेरोजगारों को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे। इस खबर की सूचना आने के बाद शिक्षाविदों, साहित्यकारों एवं आमजन ने भी प्रसन्नता जाहिर करते हुए डॉ सी पी ठाकुर, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित केंद्र सरकार के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।

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