पटना । इसे बिहार के अस्पतालों की लापरवाही करें या करतूत, ऐसी घटनाएं आए दिन उजागर होती रही हैं। कभी मरीज का कटा पैर लेकर कुत्ता भाग जाता है तो कभी नवजात के शव सूअर-कुत्ते ही नहीं चींटिंयों तक के निवाला बन जाते हैं। ताजा मामला समस्तीपुर का है, जहां एक नवजात के शव को कुत्ते नोंचकर खाते दिखे। माना जा रहा है कि यह मामला भी किसी अस्पताल से जुड़ा है।
कुत्ते नोंचकर खा रहे थे शव, सेल्फी ले रहे थे लोग
समस्तीपुर के एसपी आवास की ओर जाती सड़क पर गोलंबर के पास भीड़ जुटी थी। वहां एक कुत्ता एक मृत नवजात का शव नोंच-नोंचकर खा रहा था। तमाशबीन बने लोग कुत्ते को भगाने के बादले इस भयानक दृश्य को फिल्माने में लगे थे। कुछ तो घटना के साथ सेल्फी भी लेते दिखे। इस बीच एक ई-रिक्शा चालक मो. मुश्ताक ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने शव को दफनाया।
समस्तीपुर में पहले भी हो चुकी ऐसी घटना
कहा जा रहा है कि शहर के किसी अस्पताल ने नवजात के शव को सड़क पर फिंकवा दिया होगा। गौरतलब है कि समस्तीपुर में यह पहली घटना नहीं है। हाल की बात करें तो बीते 19 नवंबर 2018 को भी रिहायशी इलाके में कुछ कुत्ते नवजात के शव को नोंच कर खाते दिखे थे। समस्तीपुर के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
बिहार में पहले भी होती रहीं ऐसी घटनाएं
ऐसी घटनाएं केवल समस्तीपुर सहित पूरे बिहार में होती रहीं हैं। आइए नजर डालते हैं हाल के दिनों में हुईं ऐसी कुछ घटनाओं पर…
चींटियों का निवाला बना मृत नवजात : रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम के सदर अस्पताल परिसर के पोस्टमार्टम हाउस के पास बीते 29 बक्टूबर को भारी भीड़ तमाशाई बनी थी। पता चला कि वहां पड़े एक नवजात के शव को चींटियां खा रहीं थीं। घटना की सूचना पर पहुंची मॉडल थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया।
घटना की बाबत अस्पताल प्रशासन ने कहा कि शव किसने फेंका यह जानकारी उसे नहीं है। पोस्टमॉर्टम कक्ष के आसपास पुलिस की भी ड्यूटी नहीं लगी है। दूसरी ओर पुलिस अनुसंधान के पहले ही निष्कर्ष पर पहुंच गई। मॉडल थानाध्यक्ष शाहिद आलम ने बताया कि शव को अस्पताल के बाहर के किसी व्यक्ति ने लाकर फेंका था।
सहरसा में नवजात का शव खा गया सूअर : बीते 24 अक्टूबर 2018 को सहरसा सदर अस्पताल परिसर में एक झाड़ी से नवजात का शव लेकर सूअर मुंह में दबाकर निकला। जैसे ही लोगों की उसपर नजर पड़ी, लोग शव को सूअर से छुड़ाने की कोशिश करने लगे। लेकिन वे नाकामयाब रहे। इसके बाद भीड़ तमाशाई बनी रही और सूअर शव को नोंचकर खा गया। लोगों के अनुसार बच्चे का जन्म अस्पताल में ही हुआ होगा। बच्चे के मरा पैदा होने या फिर लड़की होने के कारण उसे जिंदा ही अस्पताल परिसर में ही फेंक दिया गया होगा।
सदर अस्पताल सुधार संघर्ष समिति के मंजीत कुमार सिंह ने बताया कि नवजात को अस्पताल परिसर में फेंकना और सूअर द्वारा नोंचकर खाना लापरवाही को दर्शाता है।
बक्सर में कटा पैर लेकर भाग गया था कुत्ता : उक्त घटनाएं तो अस्पताल परिसर में हुईं, लेकिन बक्सर सदर अस्पताल में तो हद हो गई। वहां कुछ महीने पहले मरीज का ऑपरेशन कर काटा पैर अस्पताल के अॉपरेशन थियेटर से कुत्ता लेकर भाग गया। दरअसल बक्सर रेलवे स्टेशन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस पर चढऩे के दौरान घायल हुए एक व्यक्ति को राजकीय रेल थाना पुलिस ने सदर अस्पताल पहुंचाया था, जहां उसका इलाज किया गया। बुरी तरह जख्मी होने के कारण उनका एक पैर काटना पड़ा। इसी दौरान बाहर से पहुंचे कुत्ते ने पैर को उठा लिया और भाग खड़ा हुआ। बाद में इलाज के दौरान घायल व्यक्ति की मौत भी हो गई। इस मामले में भी तब सिविल सर्जन डॉ. केके लाल ने जानकारी से इनकार कर दिया था।
