बिहार : कोरोना संदिग्धों की पहचान के लिए शुरू हुआ घर-घर सर्वे

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कोरोना के लक्षण वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान हेतु घर घर सर्वेक्षण जारी.

4 लाख से अधिक व्यक्तियों का सर्वेक्षण हुआ पूरा .

दरभंगा : कोरोना से जंग जीतने के लिए सरकार व जिला प्रशासन की द्वारा कई अहम कदम उठाए जा रहें हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल शुरू की है। अब पल्स पोलियो अभियान की तरह ही कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर भी घर-घर जाकर सर्वे व स्क्रीनिग की जाएगी। इस कार्य में आंगनबाड़ी, आशा कर्मियों व अन्य उत्प्ररेकों की मदद ली जाएगी। कोरोना संवेदनशील देशों एवं राज्यों से यात्रा कर जिला में लौटे व्यक्ति सहित उनके परिजन एवं गांव वासियों का बृहत पैमाने पर स्वास्थ्य परीक्षण / स्क्रीनिंग कराई जा रहीं हैं. यह सर्वेक्षण स्वास्थ्य विभाग के टीम द्वारा पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान की तर्ज़ पर कराया जा रहा हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा घर घर जाकर गांव के लोंगो की थर्मल स्क्रीनिंग एवं सर्दी, सुखी खांसी, बुखार, साँस लेने में तकलीफ आदि लक्षणों की पड़ताल की जा रहीं हैं.

यह सर्वेक्षण कार्य 16 अप्रैल से प्रारम्भ हुआ हैं और दिनांक 19 अप्रैल तक लगभग 4 लाख से अधिक व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी हैं. इसमें 36 व्यक्तियों में बुखार के साथ सर्दी, खांसी एवं साँस लेने में तकलीफ होने के लक्षण पाए गये हैं. इन व्यक्तियों का सैंपल लेकर जाँच कराने की कार्रवाई की जा रहीं हैं.

इसमें अलीनगर प्रखंड में 14819, बहादुरपुर प्रखंड में 33608, बहेड़ी प्रखंड में 14719, बेनीपुर में 17828, बिरौल में 16732 सदर में 53784, गौरा बौराम में 15530, घनश्यामपुर में 14119, हनुमाननगर में 14353, हायाघाट में 21170,जाले में 50103, केवटी में 27062, किरतपुर में 3334, के स्थान में 5332, के स्थान पूर्बी में 5112, मनीगाछी में 20448, सिंघवाड़ा में 57876, तारडीह में 7796, नगर क्षेत्र में 35586 व्यक्तियों का स्क्रीनिंग शामिल हैं.

मालूम हो की 1070000 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया हैं. जिलाधिकारी दरभंगा ने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य कर्मियों की ज्यादा टीमें गठित कर थर्मल स्क्रीनिंग कार्य शीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया हैं.

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