बिहार के गौरवशाली शिक्षा व्यवस्था को पुनः जीवित कर रहा है यह चार्टर्ड अकाउंटेंट। no.1 news portal of mithila

0

न्यूज डेस्क,बिहार । संस्थागत रूप से मिथिला की ज्ञान और दान की पावन भूमि उस प्रयास का गवाह बनने जा रहा है जो बिहार के गौरवशाली शिक्षा व्यवस्था को पुनः जीवित करने में एक अहम कड़ी साबित हो सकती है। यह प्रयास है नमामि मिथिला फाउंडेशन का ज्ञानोदय पहल। संस्था के संयोजक सीए प्रभाष झा ने बातचीत के क्रम में कहा की अपने तकरीबन दो दशक के लंबे अनुभव को जमीन पर तराशना एक कठिन चुनौती था। लेकिन एक शानदार विजन,सतत् प्रयास और टीम- वर्क से ही हम सब एक ऐसे पहल को तराशने में सफल हो सके है जो संभवतः पूरे भारत वर्ष में संस्थागत रूप से न्यूनतम लागत से एक व्यापक प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने में अहम योगदान दे रहा है और वह भी मात्र 50 रुपया प्रति बच्चा प्रति महिना । जिसमें हर एक 25 बच्चो के ग्रुप पर एक शिक्षक, बच्चो के लिए स्लेट, पेंसिल, कॉपी और कलम की निः शुल्क व्यवस्था के साथ साथ खेल कूद व प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। ज्ञानोदय एक ऐसा पहल जो शिक्षा दान के माध्यम से समाज को बेहतर और सुंदर बनाने के लिए विगत 16 महीनों से प्रयासरत है और वर्तमान में अपने चार केद्रों के माध्यम से 500 नामांकित गरीब, दलित और महादलित बच्चो को शिक्षा दान कर रहा है। संस्था के इस मिशन में इनके सेवादारों का अहम योगदान रहता है जो निर्धारित समय के एक घंटा पूर्व से ही टोला के बच्चो और उनके अभिभावकों को प्रतिदिन जागरूक करते है।

गौरतलब है कि बच्चो में व्यापक बदलाव देखा जा रहा है जिससे उनके अभिभावकों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है । ऐसे ही एक अभिभावक अशोक सदैय का कहना है कि बहुत सारे लोगों ने पहले भी प्रयास किया था लेकिन प्रभाष भैया का प्रयास बेहतरीन रहा है जिसमें बच्चे काफी उत्साहित दिखता है और उनमें शिक्षा के साथ साथ व्यवहार में भी अंतर देखा जा रहा है। अब वे खुद ही पढ़ने के लिए जागरूक रहते है और प्रभाष भैया के आते ही टोला के सारे बच्चे गुद मॉर्निंग गुद मॉर्निंग करते हुए पढ़ाई में लग जाते है।

श्री झा का कहना है कि अगर हम सबको अपने आने वाले पीढ़ी को सिर्फ और सिर्फ एक चीज देना हो तो वह ना ही धन है, ना ही दौलत है, ना ही घर है, ना ही घोड़ा या गाड़ी है बल्कि सिर्फ और सिर्फ गुणवत्तपूर्ण शिक्षा ही है और इसीलिए हम पूर्ण संकल्पित है कि आगामी 5 साल में एक लाख असहाय, गरीब, दलित व महादलित बच्चो को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा। अगर आप भी समाज और राष्ट्र सेवा के इस मुहिम का हिस्सा बनना चाहते है तो संस्था के इस नंबर 8130294700 पर संपर्क कर अपना योगदान दे सकते है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here