पृथक मिथिला राज्य के गठन के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना

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नई दिल्ली,न्यूज ऑफ मिथिला डेस्क । वृहस्पतिवार को अखिल भारतीय मिथिलाराज संघर्ष समिति के तत्वाधान में जंतर मंतर पर पृथक मिथिला राज्य के लिए विशाल धरना एवं प्रदर्शन किया गया। धरने की अध्यक्षता श्री आर एन झा एवं मंच संचालन इंजीनियर शिशिर कुमार झा ने की। समिति के अंतर राष्ट्रीय संयोजक प्रोफेसर अमरेंद्र झा एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता इंजीनियर शिशिर ने संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल मैथिली भाषा का सर्वांगीण विकास, मैथिली की पढ़ाई प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर तक, मिथिलाक्षर लिपि का संरक्षण एवं संवर्धन, मिथिला क्षेत्र में एम्स,आईआईटी, आई आई एम की तुरंत घोषणा, कोसी -कमला -बागमती पर डैम, बंद पड़े मिलों का परिचालन, विमान सेवा, दरभंगा में हाई कोर्ट के बेंच की स्थापना और मैथिलों के पलायन के लिए राज्य और केंद्र सरकार दोनों को बराबर का दोषी बताया। 11 फरवरी 2019 को दिल्ली में 7 स्थानों पर नाकाबंदी और घेराव किया जाएगा इसकी भी जानकारी समिति ने दी।

मिथिला क्षेत्र के सामाजिक, सांस्कृतिक, औद्योगिक शैक्षणिक, आर्थिक एवं राजनैतिक आजादी एवं विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य का निर्माण अत्यंत जरूरी है। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर वैद्यनाथ चौधरी बैजू का कहना है कि मिथिलाराज के निर्माण के बिना यहां के मूलभूत समस्याओं का निदान असंभव है। दरभंगा में एम्स के मुद्दे पर आज स्वास्थ्य मंत्री का घेराव किया गया।

प्रमुख वक्ताओं में सांसद वीरेंद्र चौधरी, राज्यसभा सांसद मनोज झा, सांसद पप्पू यादव, जैद अहमद पूर्वांचल मोर्चा बीजेपी अध्यक्ष मनीष सिंह, उपाध्यक्ष अमरनाथ झा आदि थे।
मदन कुमार झा के नेतृत्व में राष्ट्रपति प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री को प्रमाण पत्र दिया गया।

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