बिहार डेस्क । नेताजी को विरासत सौंपने की बेचैनी नहीं है। लेकिन बच्चे हैं कि जल्द से जल्द पिता की जगह लेने के लिए बेताब हुए जा रहे हैं। आपको बता दें कि कुछ सांसदों और मंत्रियों के पुत्र आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गईं हैं। बिना इस बात की परवाह किए कि उनके पिता का लोकसभा टिकट ही संशय के घेरे में है। कुछ पिता ऐसे भी हैं, जो कानूनी बाधाओं के चलते चुनाव नहीं लड़ सकते। लिहाजा उनके पुत्रों के सामने कोई दुविधा नहीं है।
मधुबनी के भाजपा सांसद हुकुमदेव नारायण यादव बुजुर्ग हैं, लेकिन इतने भी नहीं कि टिकट मिले तो नकार दें। उनके पुत्र अशोक कुमार यादव की नजर मधुबनी पर है। उम्मीदवारी तय मानकर तैयारी में जुटे हैं।
लोजपा सांसद रामविलास पासवान और पुत्र चिराग पासवान लोकसभा में हैं। खबर है कि पासवान के सांसद अनुज रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज लोकसभा जाने में दिलचस्पी रखते हैं। रामचन्द्र पासवान वर्तमान में समस्तीपुर लोकसभा के साँसद हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे अभी बक्सर से सांसद हैं। उनके भागलपुर जाने की भी चर्चा है। इधर उनके पुत्र अर्जित शाश्वत भागलपुर में अपने पक्ष में माहौल बना रहे हैं। माहौल बनाने के फेर में ही रामनवमी के दौरान हुई हिंसक झड़प के बाद उन्हें जेल जाना पड़ा था। शाश्वत विधानसभा चुनाव में भागलपुर से भाजपा के उम्मीदवार थे।
