दरभंगा । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह के दरमयान चाक-चौबंद व्यवस्था की उस समय धज्जियां उड़ गई। समारोह स्थल पर राज्यपाल के सामने भी विवाद हो ही गया। कार्यक्रम के दौरान एक समाचार पत्र के फोटोग्राफर को तस्वीर लेते समय वहां प्रतिनियुक्त जिला परिवहन पदाधिकारी राजीव कुमार ने धक्का दे दिया और बदसलूकी करते हुए अपनी धौंस दिखायी। पदाधिकारी के इस रवैये से वहाँ उपस्थित मीडियाकर्मी आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शित करने लगे। मामला बिगड़ता देख पुलिस एवं प्रशासन के कुछ अधिकारियों की पहल पर मामला शांत हुआ और मीडियाकर्मी को अपमानित करने वाले उक्त अधिकारी को उस समय वहां से हटा दिया गया जिसके बाद जाकर मामला शांत हुआ।
हालांकि पदाधिकारियों के समझाने बुझाने पर तत्काल कार्यक्रम को देखते हुए पत्रकार शांत हो गए और कार्यक्रम के कवरेज में लग गए। परंतु उपरोक्त घटना पर पत्रकारों में जबर्दस्त आक्रोश देखा गया। पत्रकार संगठनों ने भी घटना पर संज्ञान लेने की बात कही है।
जब पत्रकारों के साथ उक्त पदाधिकारी का ऐसा वर्ताव और दबंगई देखने को मिला तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम जनता के साथ इनका व्यवहार किस तरह का होगा!
अब सवाल यह उठता है कि उक्त पदाधिकारी द्वारा इस तरह से विवाद उतपन्न करने पर पुलिस के आलाधिकारी क्या एक्शन लेँगे. वैसे यह पहला मामला नहीं है , एमएसयू के द्वारा हुए आंदोलन में भी पुलिस ने पत्रकारों पर भी लाठीचार्ज की थी। जिनके खिलाफ कोई ख़ास कारवाई न होने के परिणाम स्वरूप आज फ़िर से वर्दी का रौब दिखाया।
