दरभंगा : विश्व धरा दिवस के अवसर पर राधा- कृष्ण मंदिर प्रांगण में संस्कृत उच्च विद्यालय के अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य डॉ. रतिकांत ठाकुर के नेतृत्व में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। वृक्षारोपण के पश्चात डॉ. ठाकुर नें धरती की रक्षा सभी प्रकार के खतरों से करनें का संकल्प लिया। उन्होंनें कहा कि धरती पर अत्याचार करना अपनें जीवन के अत्याचार करनें के बराबर हैं।
मौके पर समाजिक सरोकार से जुड़े युवा उज्ज्वल कुमार नें कहा कि हर चीज अपना अधिकार समझकर , सब कुछ अपनें अधीन कर लेनें की चेष्ठा के लिए आपाधापी में बढ़ जातें है। हम यह भी भूल जातें हैं धरा की जिस गोद में हम बैठे हैं , प्रकृति के जिस आलिंगन में पल बढ़ रहें हैं , उसी पर आधिपत्य जमाकर अपनें लिए आत्मघाती बनते जा रहें हैं। इसी कारण हमारा सामना अल्प वृष्टि, अधिक वृष्टि ,ओला वृष्टि बाढ़ जैसी आपदाओं से हो रहा हैं। उज्ज्वल ने कहा कि कोविड-19 के विरुद्ध मनुष्य के अभियान ने हमारी विकास की अवधारणा पर गहरे सवाल उठाए हैं, जिनका निराकरण करना मानव के अस्तित्व मात्र के लिए अपरिहार्य है। हमें सोचना होगा कि आधुनिकीकरण की अंधी दौड़ में मानव ने प्रकृति को कितनी हानि पहुंचाई है। आनें वाली संतति को हमें उपहार में हरी-भरी धरती देना चाहिये। मौके पर नेशनल टेक्सटाइल कारपोरेशन के अवकाश प्राप्त वरीय प्रबंधक कांति मोहन मिश्रा नें कहा कि धरती को बचाकर ही हम अपना भविष्य सुरक्षित कर सकतें हैं। आज आम ,अमरूद,अनार, महोगनी,अशोक इत्यादि फलदार, छायादार एवं अन्य वृक्ष लगाए गए। वृक्षारोपण के दौरान सुनील चंद्र मिश्रा,प्रद्युमन झा,सन्नी सुभाष कश्यप,भोलू कुमार,कुमार सौरभ आदि लोगों ने सक्रिय होकर सहयोग किया।
