कल्याण सिंह के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने जताया शोक
उत्तर प्रदेश के चर्चित पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने शोक जताया। रविवार को विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने अपने शोक संदेश में उनके निधन को देश के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा कि गांव की पगडंडी से लेकर राजभवन तक का राजनीतिक सफर तय करने वाले कल्याण सिंह अपने मिलनसार स्वभाव के कारण जीवन पर्यंत अंतिम पंक्ति तक में खड़े लोगों के बीच काफी लोकप्रिय रहे। उच्च पदों पर आसीन होने के बावजूद जमीन से जुड़े नेता के रूप में वे हमेशा याद किए जाएंगे।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने कहा कि उनके निधन से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर देश व प्रदेश के विकास के लिए सतत चिंतनशील रहने वाला सर्वप्रिय नेता हमसे सदा के लिए जुदा हो गया। संस्थान के सचिव प्रो जीव कांत मिश्र ने कहा कि कल्याण सिंह का योगदान भारत की राजनीति में हमेशा अविस्मरणीय रहेगा। वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि उनके निधन से भारतीय राजनीति के स्वर्णिम अध्याय का अंत हो गया। उनके निधन से भारत ने राजनीति का एक धुरंधर चेहरा खो दिया।
मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने उनके निधन पर शोक जताते कहा कि जनकल्याण को आजीवन समर्पित जमीन से जुड़े नेता के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ महेन्द्र नारायण राम ने कहा कि वे असाधारण प्रतिभा के धनी थे। उनके व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अभूतपूर्व मिश्रण था। अपने कृतित्व एवं व्यक्तित्व के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे। शोक संवेदना व्यक्त करने वाले अन्य लोगों में महात्मा गाँधी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन हीरा कुमार झा, वरिष्ठ कवि हरिश्चंद्र हरित, डॉ गणेश कांत झा, विनोद कुमार झा, प्रो विजयकांत झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढा भाई, डॉ उदय कांत मिश्र, आशीष चौधरी, मेघानंद झा, दुर्गानंद झा, चौधरी फूल कुमार राय, श्याम किशोर राम आदि शामिल थे।
