दरभंगा । गुरूवार की सुबह निकली सूर्य की किरण एक नए सेवेरा की ओर मानों इशारा कर रहा था। शहर के प्रत्येक कोने से निकलते शिवधारा बाजार समिति की ओर उमड़ता लोगों का जनसैलाब, मोदी-मोदी के नारे से गूंजता मतगणना परिसर, इसकी प्रमाणिकता स्थापित कर रहा था कि देश की सत्ता दरभंगा संसदीय क्षेत्र होते हुए दिल्ली की गद्दी पर बैठने जा रही है। इस बात की प्रमाणिकता उस वक्त और भी मजबूत हो गई जब पहले ही राउंड में दरभंगा से भाजपा प्रत्याशी गोपालजी ठाकुर महागठबंधन के उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दकी को पछाड़ते नजर आए। सूर्य की तेज रोशनी से ढ़लते हुए सूरज की किरण तक यह आंकड़ा प्रत्येक राउंड में बढ़कर इतिहास रचता जा रहा था। जैसे-जैसे राउंड बढ़ता जा रहा था, समर्थकों का उत्साह चरम की ओर बढ़ता जा रहा था। उत्साह से लबरेज कार्यकर्ता मोदी-मोदी के नारे लगाकर थक नहीं रह थे। इधर, प्रत्येक राउंड के बाद नवनिर्वाचित सांसद गोपालजी ठाकुर के चेहरे खिल रहे थे। आत्मविश्वास सर चढ़कर बोल रहा था। पहली बार एक स्थानीय कार्यकर्ता का पंचायत अध्यक्ष से संसद तक का सफर तय करने वाले गोपालजी दरभंगा के सर्वांगीण विकास के लिए तन-मन से लगे रहने की बात कर रहे थे। कार्यकर्ताओं का जनसैलाब शिवधारा चौक से लेकर एनएच तक डटा रहा। माईक से हो रही उदघोषणा मानों कार्यकर्ताओं में जान फूंक रही थी। कोई मंदिर तो कोई पेड़ की छांव में बैठकर भगवान से भाजपा प्रत्याशी को जीताने की दुआ मांग रहा था। सबों की प्रार्थना गोपालजी को प्रमाण-पत्र मिलने के साथ ही खत्म हो गई। जीत के जश्न में मगरूर कार्यकर्ता मानों इठला रहे थे। इधर, महागठबंधन के प्रत्याशी अब्दुल बारी सिद्दीकी का मतगणना स्थल पर नहीं आना, इस बात का संकेत दे रहा था कि वे चुनाव हार चुके है। कुछ राउंड तक उनके अभिकर्ता और महागठबंधन के कार्यकर्ता मतगणना स्थल पर डटे रहे, लेकिन जैसे-जैसे रूझान भाजपा के पक्ष में स्पष्ट संकेत देने लगे, लोग चुपके मायूस चेहरे के साथ मतगणना स्थल से निकलते नजर आए। वहीं, चुनाव कार्य में प्रतिनियुक्त कर्मी और पुलिस बल भी मन ही मन खुशियां मनाते नजर आए। चाय दुकान से लेकर पान दुकान तक लोग अपनी खुशियों का इजहार करते नजर आए।
