आरटीआई कार्यकर्ता धैर्यकाँत की MSU में हो सकती है घरवापसी!

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नई दिल्ली । एक तरफ जहाँ MSU के छः कार्यकर्ता आज बेल मिलने के बाद जेल से बाहर आ रहे है वही दूसरी तरफ MSU के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य मोहन द्वारा किये गए एक फेसबुक अपडेट ने फिर से सरगर्मी बढ़ा दी है। कल रात को उन्होंने अपने व्यक्तिगत फेसबुक अकाउंट से लिखा – आरटीआई MISHRA वापसी करेंगे , मिश्रा लिखते हुए उन्होंने धैर्यकाँत मिश्रा को टैग किया है , जिससे ये अनुमान लगाया जा रहा की धैर्यकाँत फिर से MSU में वापसी कर सकते है।

धैर्यकाँत शुरुवाती दिनों से MSU के साथ रहे है और कुछ समय के लिए संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके है लेकिन 2015 में संस्था से उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया था , उनपर अनुशाशनहीनता के आरोप लगे थे जिसके प्रकाश में उन्होंने संस्था को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया था। इस्तीफे के बाद कई मौको पर मुखर होकर उन्होंने MSU के शीर्ष नेतृत्व के नीतियों का विरोध भी किया है लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता की कठिन मौको पे वो संस्था के साथ खड़े रहते थे।

अपने आरटीआई एक्टिविज्म के शुरुवाती दिनों में ये धैर्यकाँत ही थे जिनके आरटीआई से हुए खुलासे ने वर्तमान सांसद कीर्ति आज़ाद जी के कई प्रयासों पर पानी फेर दिया था , चाहे वो एयरपोर्ट का मुद्दा हो, मखाना सेंटर का हो , पोखरों के सौंदर्यीकरण का हो या DMCH में कैंसर सेंटर बनाने के प्रस्ताव का , हर समय नेताओं के दावों को धैर्यकाँत के आरटीआई ने झूठा साबित किया है , यही कारण है की 2017 में एक दैनिक अखबार ने धैर्यकाँत को “सूचना का सिपाही ‘ कह के उनके लिए एक लेख प्रकाशित किया था।

वर्तमान में धैर्यकाँत की नजदीकी का कीर्ति आज़ाद जी से बढ़ना और उसके बाद अब MSU में दुबारा शामिल होना क्या समीकरण बनाएगी यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन संस्था में उनके आने से संस्था को मजबूती जरूर मिलेगी , अब ये देखने की बात होगी की जो उनके समकालीन सदस्य MSU में है वो इस नियुक्ति को कैसे देखते है और जमीनी कार्यकर्ता इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते है।

धैर्यकाँत पिछले साल ही 2020 में दरभंगा शहरी से चुनाव लड़ने की मंशा जाता चुके है और MSU के साथ रहकर अगर वो ऐसा करते है तो निश्चय ही संभावनाएं जीतने की बढ़ सकती है , खैर ये चीजें आने वाले समय में साफ़ हो पाएंगी लेकिन अभी MSU के इस निर्णय की हर तरफ से प्रशंसा हो रही है।

न्यूज़ ऑफ़ मिथिला के मुख्य संपादक निशान्त झा ने जब धैर्यकाँत से इस मुद्दे पर सवाल पूछे तो उन्होंने कहा है की अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी , जब सही समय आएगा वो सबको सूचित कर देंगे।

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