न्यूज़ ऑफ मिथिला डेस्क. मिथिला के एक सपूत योगाचार्य रवि व्योम शंकर झा ने योग की दुनियां में कई बार विश्व पटल पर मिथिलांचल का नाम रोशन किया है। विश्व योग दिवस के मौके पर योगाचार्य श्री झा ने न्यूज़ ऑफ मिथिला से बातचीत में बताया कि योग हमारी दिनचर्या का हिस्सा बनेगा। योग से सुरक्षा कवच तैयार हो जाता है। एक तरफ वैक्सीनेशन की दो डोज़ और दूसरी तरफ योग आयुर्वेद की डबल डोज़। जब चारो तरफ से आप अपने आपको मजबूत बना लेंगे तो इस सुरक्षा कवच को कोई बेध नहीं पाएगा।
योग कोई मजहबी प्रक्रिया नहीं है। यह हमारे पूर्वजों की एक साझी विरासत है। योग, आयुर्वेद और अपनी सनातन ज्ञान परंपरा को हम गौरव से आत्मसात करें। योग पर कोई विवाद नहीं है। निष्पक्ष होकर योग के महत्व को मानें। आज पूरी दुनिया योग कर रही है।
योगाचार्य रवि व्योम शंकर झा ने कहा कि योग करने से कई बीमारियां दूर होती हैं। शरीर चुस्त-दुरुस्त रहने के साथ ही मानसिक स्तर बढ़ता है। ध्यान मुद्रा का अभ्यास करने से एकाग्रता और याददाश्त बढ़ती है। जिससे मन शिक्षण व अन्य कार्यों में भी लगता है।
मिथिला क्षेत्र के मधुबनी जिला अंतर्गत बेनीपट्टी प्रखंड के ढंगा पश्चिम टोल निवासी श्रेष्ठ नारायण झा के पुत्र रवि ने योग विज्ञान में वर्ष 2015 में पतंजलि विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त की है। उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना से वर्ष 2008 में मैट्रिक, 2010 में इंटरमीडिएट व वर्ष 2013 में मिथिला विश्व विद्यालय से हिन्दी में स्नातक ऑनर्स की परीक्षा उत्तीर्ण की है। इन्हें योग रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका है।
फिलहाल वे दिल्ली में रहते हैं व गरीबों के लिये नि:शुल्क योग शिविर लगाकर उन्हें प्रशिक्षण देते हैं। रवि व्योम शंकर झा ने न्यूज़ ऑफ मिथिला को फोन पर बताया कि फिल्म स्टार आमीर खान भी उनसे प्रभावित हैं। आमिर की फिल्म दंगल में उनके व्यक्तिगत योग प्रशिक्षक रहे हैं। मधुबनी जिले के सुदुर ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले रवि ने योग में दो-दो विश्व कीर्तिमान बनाकर मिथिलांचल ही नहीं बल्कि पूरे बिहार राज्य का नाम रोशन किया है।
