भव्य शोभायात्रा से होगा तीन दिवसीय 49 वें मिथिला विभूति पर्व समारोह का आगाज

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भव्य शोभायात्रा से होगा तीन दिवसीय 49 वें मिथिला विभूति पर्व समारोह का आगाज

विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजन समिति की बैठक में लिए गए कई अहम निर्णय

दरभंगा: विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में नवंबर माह के 17, 18 एवं 19 तारीख को आयोजित होने वाले तीन दिवसीय 49 वें मिथिला विभूति पर्व समारोह के आयोजन समिति की बैठक रविवार को संस्थान के अध्यक्ष सह कुलपति कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय प्रो शशिनाथ झा की अध्यक्षता में हुई. बैठक में आयोजन की चल रही तैयारियों की समीक्षा के उपरांत इस पर संतोष जाहिर किया गया. साथ ही समय की कमी को देखते हुए चल रही तैयारियों में तेजी लाए जाने पर आम सहमति बनी. बैठक में मिथिला विभूति सम्मान से सम्मानित होने वाले सभी विशिष्ट व्यक्तियों को आमंत्रण पत्र यथाशीघ्र भेजे जाने के लिए के लिए प्रवीण कुमार झा, नवल किशोर झा एवं प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई को अधिकृत किया गया. शोभा यात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा ने घोषणा की कि इस वर्ष शोभायात्रा पर होने वाले खर्च का वहन प्रभारी अपने स्तर से करेंगे. इसका सभी लोगों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया.
जानकारी देते हुए संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बताया कि कवि कोकिल विद्यापति के निर्वाण दिवस पर संस्थान की ओर से 17-19 नवम्बर को आयोजित होने वाले मिथिला विभूति पर्व समारोह की विधिवत शुरुआत 17 नवम्बर की सुबह शोभा यात्रा से होगी. विद्यापति चौक स्थित महाकवि विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने उपरांत पारंपरिक परिधान में शोभा यात्रा निकलेगी. शोभा यात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा एवं प्रो विजय कांत झा तैयारी को अंतिम रुप देने में लगे हैं. मिथिला की सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी झांकियों से सजी यह शोभा यात्रा जीएम रोड से मिथिला विश्वविद्यालय, संस्कृत विश्वविद्यालय, केंद्रीय पुस्तकालय होते हुए श्यामा मंदिर पहुंचेगी, मार्ग में पड़ने वाले मिथिला विभूतियों क्रमशः पंडित सुरेंद्र झा ‘सुमन’, भोगेन्द्र झा, महाराज महेश ठाकुर, महाराज रमेश्वर सिंह, ललित नारायण मिश्र, डॉ भीमराव अम्बेडकर महाराज कामेश्वर सिंह, बाबा नागार्जुन आदि की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा. बताया कि शोभा यात्रा में मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के अभियानी भी शामिल होंगे. अभियानी अपने हाथ में मिथिलाक्षर में लिखी तख्ती रखेंगे, ताकि आम लोगों को मिथिलाक्षर सीखने के प्रति जागरुक किया जा सके.
बैठक में उपस्थित कवि गोष्ठी प्रभारी हरिश्चंद्र हरित ने बताया कि आयोजन के दूसरे दिन के मुख्य आकर्षण के केंद्र में रहने वाले कवि सम्मेलन में इस बार भौगोलिक एवं सामाजिक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कवियों को आमंत्रित किया जा रहा है. ताकि इस सांस्कृतिक महाकुंभ में साहित्यिक मनोरंजन के साथ विविधता में एकता की अविरल धारा बह सके. संस्थान के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने बताया कि पं चन्द्रनाथ मिश्र अमर एवं डॉ रामदेव झा सहित हाल फिलहाल में दिवंगत हुए विशिष्ट व्यक्तियों के व्यक्तित्व व कृतित्व से सजे अर्पण के विशेषांक की तैयारी जोरों पर है. बैठक में अमरनाथ चौधरी, विनोद कुमार झा, नवल किशोर झा, अरुण मिश्र, हरिश्चंद्र हरित, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ाभाई, डॉ गणेश कांत झा, प्रवीण कुमार झा आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही.

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