गौराबौराम में सेवा का कार्यक्रम अनवरत रहेगा जारी: राजीव ठाकुर
भाजयुमो के क्षेत्रीय प्रभारी ने कहा सेवा ही संगठन है
दरभंगा। मानव सेवा को अपना कर्म बना चुके भाजपा युवा मोर्चा के क्षेत्रीय प्रभारी राजीव ठाकुर ने कहा कि सेवा ही संगठन है। कोविड-19 महामारी, लॉकडाउन अवधि एवं बाढ़ में गौराबौराम विधानसभा क्षेत्र में किए गए अपने कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सात ‘स’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए जनसेवा के लक्ष्यों के प्रति संकल्पित हूं। सात स अर्थात सेवाभाव, संतुलन, संयम, समन्वय, सकारात्मकता सद्भावना एवं संवाद भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ताओं को अपने जीवन में उतारना चाहिए। गौराबौराम विधानसभा सीट से संभावित उम्मीदवार के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा ही एक ऐसा दल है जिसमें कर्म के बल पर एक छोटे से कार्यकर्ता को भी विधानसभा और लोकसभा जाने का मौका मिलता है। गौराबोराम में सेवा करने का जो मौका मिला है उससे लोग वहां चाहते हैं, मेरी भी इच्छा है, लेकिन जिस विश्व के सबसे बड़े संगठन में मैं हूं वहां पार्टी के निर्णय सर्वमान्य होते हैं। अभी तो यह तय भी नहीं हुआ है कि गौड़ाबौराम सीट एनडीए के किस दल को मिलेगा। लेकिन सेवा का जो कार्यक्रम उन्होंने पिछले 1 साल से शुरू किया वह आगे भी जारी रहेगा। श्री ठाकुर ने सेवा ही संगठन नाम का एक बुकलेट तैयार किया है जिसमें उनके द्वारा गौराबौराम विधानसभा क्षेत्र में किए गए कार्य एवं मोदी के सात स के बारे में उल्लेख किया गया है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर 5000 से अधिक जरूरतमंदों में सूखा राहत एवं मोदी कीट का वितरण, संपूर्ण गौरा बौराम सहित अनुसूचित जाति के बीच में जाकर अब तक 1 लाख मास्क का वितरण, कोरोना का हाल में प्रभावित लोगों को घर वापसी योजना के तहत ढाई सौ लोगों को टिकट की व्यवस्था, पर्यावरण दिवस पर 1000 से अधिक पौधे लगवाना, 40 से अधिक वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान, अंबेडकर जयंती पर दलित बस्तियों में जाकर 1,000 से अधिक फूड पैकेट का वितरण, जिले के सबसे सुदूर क्षेत्र में प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को लेकर लोगों को जागृत करने, करीब 20000 छात्र-छात्राओं के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण करने, गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में सैनिटाइज कार्यक्रम चलाने, रक्षाबंधन के अवसर पर दलित बस्तियों में जाकर राखी बंधवाने एवं उपहार स्वरूप साड़ी वितरण करने, बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों के बीच पका हुआ एवं कच्चा राशन वितरण करने जैसे अनगिनत कार्यक्रमों का जिक्र इस बुकलेट में किया गया है।
