विवेकहीन और निरंकुश शासन व्यवस्था पर नाटक “अंधेर नगरी” का मंचन।

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LNMU संगीत एवं नाट्य विभाग दरभंगा के प्रेक्षागृह में पी.जी. ड्रामा द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों ने निकिता कुमारी के निर्देशन में “अंधेर नगरी” की सफल प्रस्तुति दी।

विश्वविद्यालय संगीत एवं नाट्य विभाग में स्नातकोत्तर ड्रामा द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों द्वारा आयोजित अपने प्रायोगिक परीक्षा में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र कृत नाटक “अंधेर नगरी” की सफल प्रस्तुति “निकिता कुमारी”* के निर्देशन में कई गई।

कलाकारों द्वारा नाटक में विवेकहीन और निरंकुश शासन व्यवस्था पर करारा व्यंग्य करते हुए उसे अपने ही कर्मों द्वारा नष्ट होते दिखाया गया। बाजारवादी ताकतों और राजनीति के गठजोड़ के बीज पीस रहे आम आदमी की कहानी को व्यंग्य के माध्यम से इस नाटक में बताया गया है। नाटक के मुख्य चरित्र गोबरधनदास की भूमिका में राहुल रंजन, राजा की भूमिका में सुजीत कुमार और सिपाही की भूमिका में रौशन कुमार और सौरभ सागर थे। संगीत में सहयोग राहुल रवि, राहुल राज और नन्दकिशोर कुमार का रहा। प्रकाश प्रबंधन विनय कुमार और उज्जवल राज का रहा। मंच पर कलाकारों की भूमिका में प्रवीण झा, विशाल कुमार, सुमित कुमार, सौम्या भारती, कुमार चैतन्य प्रकाश, चंदन कुमार, रितेश रंजन, रवि कुमार, कुमार गौरव, हरि नारायण कामत, ऋषभ कुमार थे। सहयोग मोहम्मद जहांगीर, सागर सिंह, खुशबू कुमारी का रहा। पूरे नाटक ने दर्शकों को बांधे रखा। कार्यक्रम के बाद नाटक मंडली के सदस्यों ने विभागाध्यक्षा डॉ पुष्पम नारायण (H.O.D संगीत एवं नाट्य विभाग ल•ना•मि•वि•वि) के प्रति आभार जताया।

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