विधायक रामचंद्र प्रसाद ने Darbhanga में AIIMS निर्माण को लेकर रचा साजिश..? खुल गया पोल..

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प्रधानमंत्री द्वारा वित्तीय वर्ष 2015-16 के बजट भाषण में दरभंगा एम्स की घोषणा कर मिथिलावासी को बड़ी सौगात दी गई थी। जिसके बाद DMCH की 200 एकड़ जमीन पर एम्स निर्माण को केंद्रीय कैबिनेट ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी थी। प्रथम फेज में एम्स के चिन्हित जमीन पर मिट्‌टीकरण का कार्य 21 जनवरी को शुरू किया गया था। अतिक्रमण हटाने की बात हुई थी। अगर आपको दरभंगा AIIMS को लेकर हो रही लड़ाई साधारण लग रही है तो मैं आपको बता दू ,ये साधारण लड़ाई नहीं है।
दरअसल दरभंगा का एम्स एक झुनझुना बनकर रह गया है। इस झुनझुना में सभी राजनितिक पार्टी के लोग अपना फायदा देख रहे हैं। जो मर्जी अपने हिसाब से बयानबाजी कर झुनझुना बजाते फिरते हैँ। इसमें झा जी , यादव जी से लेकर प्रसाद जी तक शामिल हैँ। सबको इसमें अपना फायदा नजर आ रहा है।

18 फरवरी 2022 को हायाघाट के विधायक रामचंद्र प्रसाद का एक् फेसबुक पोस्ट आता है जिसमें वो 450 एकड़ अशोक पेपर मिल की जमीन पर नए उद्योग लगाने की बात कहते हैं। वहीं दूसरी ओर ठीक उसके बाद 25 मई 2022 को दरभंगा के सांसद का एक फेसबुक पोस्ट आता है जिनमें वो शाहनवाज हुसैन जी का अशोक पेपर मिल निरीक्षण की बात कहते हुए खाली पड़े जमीन पर एथेनॉल प्लांट स्थापित की बात करते हैं।

फिर उसके बाद हयाघाट के विधायक रामचंद्र प्रसाद 18 सितम्बर को तात्कालीन मंत्री शाहनवाज हुसैन, जीबेश मिश्रा और मिल के मालिक धरम गोद्धा के प्रतिनिधि से मिलकर बंद पड़े अशोक पेपर मिल को दुबारा से शुरु करने की बात करते हैं।

फिर विधानसभा शत्र के दौरान विधायक रामचंद्र प्रसाद सदन में बंद पड़े अशोक पेपर मिल को अविलम्ब चालू करने की माँग करते हैं और इसके जवाब में तत्कालीन मंत्री रेनू देवी ने यह कहते हुए कि यह मामला उच्च न्यायालय पटना में लंबित है। इसलिए इस प्रस्ताव वापस ली जाए जिसे विधायक ने सहर्ष स्वीकार भी किया।
हाल ही में समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रिंस राज के समक्ष विधायक रामचन्द्र शाह ने फिर फैक्ट्री लगाने की वजाय इस बार एम्स लगाने का राग अलापते हुए अशोक पेपर मिल के जमीन नए एम्स बनाने की मांग कर डाली।

ज्ञात हो कि दरभंगा से भाजपा सांसद गोपाल जी ठाकुर लगातार सदन में एम्स निर्माण को लेकर आवाज उठाते रहे। जिसका परिणाम है कि एम्स में डायरेक्टर की नियुक्ति भी हुई। एक ओर जहाँ सांसद दिन रात एम्स के लिए दिल्ली हो या पटना बड़े मंत्री और नेताओं से मिलकर प्रयास में लगे हुए हैं वहीं उन्हीं के पार्टी के एक अदना सा विधायक रामचन्द्र प्रसाद बेतुका बयान देकर सांसद के द्वारा किए जा रहे विकासात्मक कार्य को दबाने की साजिश रच रहे हैं।

विधायक रामचन्द्र शाह द्वारा विपक्ष की भाषा बोलकर एम्स के निर्माण का कार्य अधड़ में लटकाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि अशोक पेपर मिल का मामला न्यायालय में लंबित है बावजूद विधायक लोगों को बरगलाने की कोशिस में लगे हुए
हैं।

30 दिसंबर 2022 को राजद नेता भोला यादव ने कहा कि दरभंगा AIIMS अब DMCH परिसर में नहीं बल्कि अशोक पेपर मिल की जमीन पर बनेगा। यह फैसला सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने लिया है।
भोला यादव , रामचन्द्र प्रसाद का एक मत कहीं न कहीं रामचंद्र प्रसाद का राजद का एजेंट होना भी दर्शाता हैं. .?

अब समझ में यह नहीं आ रहा है कि भोला यादव को राजद नचनिया तो नहीं बना दिया..? जबकि अशोक पेपर मिल का मामला न्यायालय में लंबित है। अगर एम्स निर्माण अशोक पेपर मिल में होगी तो जारी लेटर का दिनांक और पत्रांक भी साझा करें। जनता को भ्रम में मत रखिए. . मिथिला की जनता वोट देती है तो हींग हगा देने की भी ताकत रखती है।

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