सोमू कर्ण।
दरभंगा,13 दिसम्बर।
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय रिजल्ट के मामले में हमेशा से सुर्खियों में रही है, जिसका मुख्य कारण यहां की व्यवस्था और लापरवाही रही है। बता दूं कि प्रत्येक रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद विश्वविद्यालय की लापरवाही सामने आती है। लेकिन बि.लीव. कोर्स के रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद हास्यास्पद बात सामने आई है, जी हाँ बी.लीव. कोर्स में विश्वविद्यालय में सत्र 2017-18 में 150 छात्र नामांकित थें, जिसमें से महज एक छात्र ने प्रथम श्रेणी से उतीर्ण हुए है। 150 छात्र में से एक सिर्फ एक छात्र का प्रथम श्रेणी से उतीर्ण होना विश्वविद्यालय के शिक्षकों के शिक्षण गुणवत्ता पर उंगली उठा रही है। जानकारी के मुताबिक इस कोर्स हेतु 4 संकाय सदस्य सेवारत हैं, जिनकी शिक्षण गुणवत्ता पर छात्र संगठनों ने कई बार विरोध कर चुकी है। जिसके वाबजूद विश्वविद्यालय इस पर संज्ञान लेने के बजाय कान में तेल देकर सोयी हुई है। इससे पूर्व कुलपति प्रो साकेत कुशवाहा द्वारा शिक्षण गुणवत्ता में सुधार हेतु कई ठोस कदम उठाए थें, लेकिन वर्तमान में स्थिति जस की तस है। विश्वविद्यालय को इस रिजल्ट के बाद कोई मजबूत कदम उठाने की जरूरत है।
