दरभंगा , विश्वविद्यालय प्रतिनिधि : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय क्षेत्र अंतर्गत दरभंगा एवं मधुबनी जिला के सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों कि एक बैठक (ऑनलाइन लेक्चर अपलोड के संबंध में) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा कुलपति प्रो राजेश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम सभी प्रधानाचार्यों का , रविवार रहने के बावजूद , वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लेने के लिये कुलपति महोदय ने सबों का स्वागत किया। तत्पश्चात उन्होंने जिज्ञासा की, कि किन-किन महाविद्यालयों का वेबसाइट अभी तक अपडेट नहीं हुआ है तथा यह भी जानना चाहा कि सभी महाविद्यालयों में ऑनलाइन लेक्चर अपलोड हो रहे हैं या नहीं। उन्होंने बताया कि अभी के परिस्थिति में छात्रों के पठन पाठन के लिये ऑनलाइन लेक्चर ही एकमात्र विकल्प रह गया है। इसके लिए विश्वविद्यालय “ऑनलाइन लेक्चर कमेटी” का गठन पूर्व में ही कर चुका है। अधिकांश महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने अपने अपने महाविद्यालयों के वेबसाइट पर अपलोड होने वाले पाठ्यसामग्री की संख्या बताया।
सभी प्रधानाचार्यों को पूर्व में भेजे गये गए फार्मेट में 24-मार्च से अद्यतन शिक्षकों द्वारा लिये गये आनलाइन लेक्चर की विबरणी विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड करने हेतु lecturereport@lnmu.ac.in मेल से भेजने के लिये कहा गया। एम के कालेज के प्रधानाचार्य ने अपने महाविद्यालय के वेबसाइट के कार्यशीलता पर असंतोष जताते हुए कहा कि उनका वेब सर्विस प्रोवाइडर सहयोग नहीं कर रहा है। इस पर कुलपति महोदय ने कहा कि कई वेबसाइट में सेकेंडरी होस्ट बना दिये जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में वैसे प्रधानाचार्य जिन्हें वेबसाइट के कामकाज में समस्या है , कुलसचिव को सूचित कर सहयोग ले सकते हैं। कुलपति महोदय ने बताया कि शिक्षकों से प्राप्त सभी पाठ्यसामग्रियों की गुणवत्ता की जांच हेतु अध्यक्ष छात्र कल्याण की अध्यक्षता में एक “डिजिटल लेक्चर अपलोडिंग समिति” के गठन का आदेश दिया है। बैठक में कुलसचिव ने बताया कि एक महाविद्यालय आर बी एस कालेज अंदौर समस्तीपुर को छोड़कर सभी महाविद्यालयों के वेबसाइट क्रियाशील हो गए हैं ।सभी प्रधानाचार्यों को पूर्व में ही अधिसूचना के द्वारा सूचित कर दिया गया था कि वे अपने अपने वेबसाइट को अद्यतन क्रियाशील कर लें। कुलपति प्रो सिंह ने प्रधानाचार्यों से कहा कि अपने-अपने महाविद्यालयों के विकास समिति की कांफ्रेंस के द्वारा अविलंब बैठक कर महाविद्यालयों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल एवं आई टी सेल की स्थापना के प्रस्ताव को पास कराकर कुलसचिव के पास भेजें ताकि अविलंब इसे क्रियान्वित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल एवं आई टी सेल गठन के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों को एन एस एस एन सी सी के स्वयंसेवकों की सूची नाम, मोबाइल नंबर, ई मेल के साथ अपने अपने महाविद्यालय के वेब साइट पर अपलोड करने एवं उसकी प्रति कुलसचिव को भेजने हेतु निर्देश दिया क्योंकि राज्य सरकार एवं कुलाधिपति कार्यालय से इस संबंध में निर्देश प्राप्त हुए हैं। बैठक में अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी ने विचार रखते हुए कहा कि वेबसाइट पर डालने से पूर्व पाठ्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच स्नातकोत्तर स्तर पर सम्बन्धित विभागाध्यक्ष (विषय विशेषज्ञ के रुप में) करेंगें तथा महाविद्यालय स्तर पर विषय विशेषज्ञ के दायित्व का निर्वहन महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य करेंगें। उन्होंने प्रधानाचार्यों से आग्रह किया कि इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि शिक्षकों द्वारा जो पाठ्यसामग्री अपलोड हेतु भेजे जा रहे हैं उनमें कहीं भी किसी पुस्तक, शोध प्रबंध ,किसी के वीडियो, टेक्सट आदि या अन्य सामग्री की नकल ना हो , क्योंकि सबों का अपना कापीराइट रहता है । इस पर कुलपति महोदय ने कहा कि इस हेतु शिक्षकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।फिर भी लेक्चर प्लेगियरिज्म सॉफ्टवेयर को सिस्टम में लाने की आवश्यकता है। धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने किया। बैठक में दोनों जिलों के सभी प्रधानाचार्य , आनलाइन लेक्चर समिति के सभी सदस्य , कुलानुशासक, सी सी डी सी, विश्वविद्यालय वेब प्रबन्धक तथा कुलपति के निजी सचिव उपस्थित थे।
