दरभंगा- बहेड़ी प्रखण्ड के सनखेरहा गाँव में दिवंगत मोद नारायण झा की पुण्यस्मृति एवं गुरु पुर्णिमा के अवसर पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत श्री पारस पंकज एवं अन्य संतो के सुंदरकांड के पाठ के साथ हुई तथा पुण्यात्मा मोद नारायण झा को याद किया गया। कार्यक्रम में सन्तो एवं श्रद्धालुओ के भंडारे के उपरांत भजन संध्या का आयोजन किया गया।
मौके पर उपस्थित हायाघाट के विधायक रामचन्द्र प्रसाद ने उन्हें स्मरण करते हुए बताया कि वे उनके परिवार के पुरोहित थे एवं उन्होंने उनसे दीक्षा ली थी। कामेश्वर सिंह मिथिला संस्कृत विश्वविद्यालय के अवकाशप्राप्त प्राध्यापक डा जयशंकर झा ने कहा कि पुण्यात्मा मोद ना झा जैसे शांतचित, भक्तिभाव से जुड़े व्यक्त्वि का इसप्रकार से हमलोगों को छोड़कर चले जाना अध्यात्मिक क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके बताए गए आदर्श हमे जीने की प्रेरणा देता है एवं मन मे एकाग्रता तथा मानव सेवा का भाव प्रकट करता है। ज्ञात हो कि साकेतवासी संत मोद नारायण झा के द्वारा विगत 26 वर्ष से अनवरत गुरु पूर्णिमा के अवसर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन होता था जिसे इसबार उनके शिष्यों एवं उनके पुत्रों ने विशाल भंडारा, सुंदर कांड पाठ एवं संध्या में भजन का कार्यक्रम का आयोजन करके पूरा किया। भजन संध्या कार्यक्रम के अंतर्गत कलाकार ओमप्रकाश सिंह, चन्द्रमणि , मयंक, पारस पंकज आदि ने अपनी प्रस्तुति से भक्तिमय माहौल में शाम को तब्दील कर दिया। वहीं कार्यक्रम के दौरान राजकुमार सिंह, कमलेश मंडल, गुड्डू सिंह, राजू महथा, गणेश झा, शंकर झा, राघव झा मोहन झा आदि सक्रिय रहे तो वही शिक्षक नेता शम्भू यादव, प्रमोद मण्डल, सोनू मिश्रा, प्रवीण नायक, राजीव पासवान, अनिल यादव, सुरेंद्र ठाकुर समेत दर्जनों शिक्षक प्रतिनिधि उपस्थित होकर पुण्यात्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया।
