बागमती के जलस्तर में वृद्धि से बढ़ा बाढ़ का खतरा

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दरभंगा । अधवारा समूह की बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी है। तेजी से जलस्तर में वृद्धि होने से केवटी प्रखंड की कोठिया, पिडारूच, माधोपट्टी, कर्जापट्टी व बरिऔल पंचायतों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। खासकर तटबंध के किनारे बसे लोग बाढ़ की खतरा से भयभीत हो गए हैं। जमीनदारी व उन्ताहा तटबंध में जगह-जगह रिसाव शुरू हो गया है। डीटीओ सह केवटी के वरीय प्रभारी पदाधिकारी रवि कुमार ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण कर तटबंध व रिसाव स्थल का निरीक्षण किया।

  • कुशेश्वरस्थान में बाढ़ के कारण लोग पलायन करने को मजबूर :

कुशेश्वरस्थान पूर्वी : एक तरफ कोरोना महामारी से लोग निकल नहीं पाया था। इधर, कुशेश्वरस्थान में लोग बाढ़ की विभीषिका को झेलने के लिए मजबूर है। कमला-बलान और करेह नदी में यहां अभी भी जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो ही रही है। नदी में जलस्तर बढ़ने से चौकिया, विशुनिया और लक्ष्मीनियां मुसहरी के हजारों परिवारों का दिन व दिन परेशानी बढ़ती ही जा रही है। लक्ष्मीनियां की स्थिति काफी भयावह है। लोगों के घरों में दो से तीन फीट तक बाढ़ का पानी घुस चुका है। यहां के लोग नाव पर खाने-पीने व रहने का सारा सामान लेकर ऊंचे स्थानों के लिए पलायन करते दिख रहे हैं। लोगों का आरोप है कि यहां प्रत्येक वर्ष बाढ़ आती है और इसी तरह की समस्या उत्पन्न होती है। हमलोग प्रत्येक वर्ष कमला बलान पूर्वी तटबंध पर प्लास्टिक का झोपड़ी बना कर खुले आसमान के नीचे जानवरों से भी बदतर जिदगी जीने के लिए मजबूर है। पानी ज्यादा होने के कारण लोगों का चापाकल भी डूब चुका है। लोगों को स्वच्छ पानी पीने के लिए नहीं मिल रहा है। नदी का पानी पीने के लिए लोग मजबूर है।

कमला नदी के जलस्तर में कमी, लोगों ने ली राहत की सांस : तारडीह : कमला नदी के जलस्तर में कमी से तटबंध किनारे बसे गांव के लोगों में जहां संभावित बाढ़ के खतरे को लेकर खौफ था, वह कम होने लगा है। पर, नदी में आए बेतहाशा पानी से लोगों की काफी परेशानी बढ़ गई है। चौर और खेत में पानी भर जाने से जहां मौसमी सब्जी की फसल चौपट हो गई। वहीं पशुओं के लिए हरे चारे को लेकर पशुपालकों में चिता बढ़ गई है। तटबंध के बीच में बसा भेरियारही गांव का संपर्क टूट गया है। नाव से लोग आना-जाना कर रहे हैं।

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  • नदियों के बढ़ रहे जलस्तर से सहमे लोग

कमतौल : बीते पांच दिनों से क्षेत्र के लोगों की निगाहें बाढ़ प्रभावित करने वाली अधवारा जलसमूह के खीरोई, धौंस व बागमती नदी पर टिकी हुई है। तीनों नदियों का जलस्तर इस वर्ष अचानक नहीं धमका बल्कि शनै-शनै अपना आक्रामक रुख दिखाता जा रहा है। केवटी के अंचल अधिकारी अजीत कुमार झा, पिडारूच पंचायत के मुखिया व जल संसाधन विभाग के अभियंता की टीम ने गुरुवार को वार्ड 13 का मुआयना कर सुरक्षात्मक उपाय किया। शनै-शनै ही सही लेकिन जलस्तर को बढ़ता देख लोग सहमे हुए हैं।

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