दरभंगा हवाई अड्डा के विस्तार के लिए 78 एकड़ भूमि के अधिग्रहण से सम्बंधित इण्डियन एयरफोर्स द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किए जाने के बाद दरभंगा हवाई अड्डा के विस्तारीकरण की योजना को स्वीकृति प्रदान किए जाने के निर्णय का किया स्वागत करते हुए विद्यापति सेवा संस्थान ने इसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का दर्जा दिए जाने की मांग की है। वृहस्पतिवार को अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि हवाई अड्डा का विस्तारीकरण होने से मिथिला क्षेत्र में चिकित्सा की सुविधा में विकास होने के साथ ही मिथिला में उद्योग और निवेश के न सिर्फ नये दरवाजे खुलेंगे, बल्कि मिथिला सहित संपूर्ण बिहार के एक बड़े हिस्से के विकास को एक नई गति मिलेगी।
दरभंगा हवाई अड्डा के विस्तारीकरण की योजना को स्वीकृति प्रदान किए जाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के प्रति संस्थान की ओर से आभार प्रकट करते हुए दरभंगा महाराज डाॅ सर कामेश्वर सिंह को विशेष रूप से याद किया, जिन्होंने आजादी से पहले ही दरभंगा में हवाई अड्डा की स्थापना कर गौरवशाली इतिहास का निर्माण किया था। उन्होंने कहा कि मिथिला के लोगों का पड़ोसी देश नेपाल से बेटी-रोटी का सदियों पुराना संबंध रहा है जबकि अनेक देशों की सीमा मिथिला क्षेत्र से लगी हैं, ऐसे में उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में परिवर्द्धित करने की भारत सरकार से मांग की।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने दरभंगा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की खबर पर प्रसन्नता जाहिर करते कहा कि इससे मिथिला वासियों के चिर प्रतिक्षित सपनों को पंख लग गए हैं। डाॅ बुचरू पासवान ने रक्षा मंत्रालय के कदम की सराहना करते कहा कि अब मिथिला का बहुआयामी विकास होना सुनिश्चित हो गया लगता है। प्रो जीवकांत मिश्र ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट का विस्तार होने से मिथिला के कुटीर उद्योगों को नये आयाम मिलने के साथ ही सांस्कृतिक विकास को नया फलक मिलेगा।
वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि दरभंगा हवाई अड्डा का विस्तार होने से उत्तर बिहार के बड़े हिस्से को विकास की गति मिलने के साथ ही, मिथिला पेंटिंग एवं मिथिला मखान के कारोबार को नई ऊंचाई मिलेगी। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट का विस्तार होने से मिथिला क्षेत्र के 22 जिलों सहित नेपाल के लोगों को यात्रा की सुविधा के साथ ही इस क्षेत्र की सभ्यता, संस्कृति और व्यवसाय को एक नया आयाम मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि दरभंगा एयरपोर्ट का विस्तार होने से यह एक अन्तरराष्ट्रीय स्तर का सुविधापूर्ण एयरपोर्ट बन सकेगा, जिसका लाभ देश-विदेश मे रहने वाले लोग उठा पाएंगे । खुशी जाहिर करने वाले अन्य लोगों में डाॅ महेन्द्र नारायण राम, हीरा कुमार झा, विनोद कुमार झा, प्रो विजय कांत झा, आशीष चौधरी, डाॅ गणेश कांत झा, प्रो चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई, मिथिलेश चौधरी, चंदन सिंह, चौधरी फूल कुमार राय, नवल किशोर झा आदि शामिल थे।
