डीएम ने किया बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा।
जल संसाधन विभाग के अभियंता एवं प्रशासनिक पदाधिकारी बांध का करेगें संयुक्त निरीक्षण।
कमजोर विन्दुओ को चिह्रित कर दुरूस्त कराने का निर्देश ।
सरकारी नावों की मरम्मति एवं निजी नाव मालिकों के साथ एकराऱनामा करा लेने का निदेश।
पहली जून से बांध पर ए इ / जे इ 24 घंटे तैनात रहकर रखेंगे निगरानी।
लापरवाही पर आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई की चेतावनी ।
कर्तव्य से अनधिकृत तौर पर अनुपश्थित रहने पर केवटी के बीडीओ से कार्यभार वापस लिया गया.
दरभंगा : जिलाधिकारी दरभंगा डॉ0 त्यागराजन एस.एम द्वारा कार्यालय प्रकोष्ठ में एक बैठक आयोजित कर बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा किया गया। इस बैठक में जल संसाधन विभाग के सभी प्रमंडलों के अभियंतागण एवं प्रशासनिक पदाधिकारी सम्मिलित हुए।
जिलाधिकारी ने कहा है कि संपूर्ण दरभंगा जिला बाढ़ प्रवण क्षेत्र है। विगत वर्ष में आये भीषण बाढ़ के अनुभव को देखते हुए सभी तटबंधो पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था नितांत जरूरी होगी। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ संयुक्त रूप से सभी तटबंधों की बारीकी से निरीक्षण कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निदेश दिया है। कहा है कि सभी तटबंधो के कमजोर विन्दुओ को चिह्रित कर उसे दुरूस्त कर दी जाये। खासकर विगत वर्ष बाढ़ में कई तटबंधों में कटाव होने से जहां जहां समस्या उत्तपन्न हुई थी, उक्त सभी कटाव विन्दुओं की सुदृढ़ीकरण की जाये. इसमें केवटी, मनीगाछी, हायाघाट, तारडीह, जाले, सिंघवाड़ा, कुशेस्वर स्थान आदि प्रखंड क्षेत्र में अवश्थित तटबंध शामिल है. दरभंगा जिला के विभिन्न प्रखंडों में होकर बहने वाली कमला नदी, बलान नदी, करेह नदी, बागमती नदी, खिरोई नदी, अधवारा समूह, कोशी नदी, जीवछ नदी के तटबंधो एवं शहरी सुरक्षा तटबंध की सुरक्षा पर विशेष नजर रखी जाये। उन्होंने कहा है कि वे अगले हफ्ते से सभी तटबंधों की स्वयं भी निरीक्षण करेगें।
समीक्षा के क्रम में जल संसाधन विभाग के सभी कार्यपालक अभियंतागणों को इस हफ्ते सभी तटबंधो की गहन निरीक्षण करने एवं जेई/ए.ई स्तर के अधिकारियों की तटबंधो पर 24 घंटे तैनाती कर निगरानी रखने को कहा गया है। पथ प्रमंडलों एवं ग्रामीण कार्य प्रमंडलों के कार्यपालक अभियन्तागणों को जिला के सभी शहरी एवं ग्रामीण सड़कों को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया गया है।
सभी अनुमंडल पदाधिकारी/भूमि सुधार उप समहर्त्ता/प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी को भी उनके क्षेत्राधीन पड़ने वाले सभी तटबंधो का निरीक्षण करने एवं कमजोर विन्दुओं को चिन्हित कर उसकी मरम्मति करा लेंने को कहा गया है। कहा है कि स्लुइस गेट, रेन कट, रैट होल आदि पर विशेष सतर्कता बऱती जाये। सभी तटबंधो के कटाव प्वाइंट पर सैंड बैग, बोल्डर पर्याप्त मात्रा में स्टोर रखी जायें। कहा कि विगत वर्ष बाढ़ में स्लुइस गेट एवं जमींदारी बांध की ठीक से मरम्मति नही होने पर गंभीर समस्या उत्पन्न हुई थी। इसलिए आधे अधूरे काम को तेजी से पूरा करा लिया जाये।
वहीं सभी अंचलाधिकारी को सरकारी नावों की जाँच कर लेने, क्षतिग्रस्त नावों की तुरंत मरम्मति करा लेने एवं निजी नावों की पहचान कर नाव मालिकों के एकराऱनामा करा लेने का निदेश दिया गया है।
इस बैठक में बिना पुर्बानूमति केवटी प्रखंड विकास पदाधिकारी अनुपस्थित पाये गये। वे प्रखंड कार्यालय से भी अनुपश्थित रह रहे हैं । जिलाधिकारी ने इसे अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए केवटी प्रखंड का कार्यभार बगल के प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी को सुपुर्द करने का निदेश दिया है। वहीं कार्यपालक अभियंता, पथ प्रमंडल दरभंगा भी इस बैठक से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाए गये। उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया है और उनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया गया है।
इस बैठक में नगर आयुक्त, ए.डी.एम, उप विकास आयुक्त, प्रशिक्षु आई.ए.एस.पदाधिकारी, सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी, सभी कार्यापालक अभियंता, जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल एवं विद्युत प्रमंडल, सभी एस.डी.ओ, डी.सी.एल.आर, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि उपस्थित हुए।
