न्यूज़ डेस्क।
नेपाल/जनकपुर।
16वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को जनकपुर में पारंपरिक मैथिल परिधान में प्रसिद्ध जानकी मंदिर से प्रभातफेरी निकाल कर की गई। प्रभातफेरी के दौरान विभिन्न नारों के माध्यम से मिथिला मैथिली के विकास के प्रति कृत संकल्प होने के लिए स्थानीय लोगों को जागरुक किया गया। विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू एवं सम्मेलन के संयोजक डॉ भ्रमर के नेतृत्व में निकाली गई प्रभातफेरी में स्थानीय प्रबुद्ध लोगों के साथ-साथ युवा मैथिल आशीष चौधरी के नेतृत्व में मिथिला परिसीमन यात्रा पर निकले लोग भी शामिल हुए। संध्या बेला में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ नेपाल के प्रदेश नंबर दो के राज्यपाल रत्नेश्वर लाल कायस्थ ने दीप प्रज्वलित कर किया।
जबकि अध्यक्षता डॉ महेंद्र नारायण राम ने की। कार्यक्रम में साहित्य, संस्कृति, गायन एवं पत्रकारिता सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों को मिथिला रत्न सम्मान, मिथिला मैथिली सम्मान व अंतरराष्ट्रीय सद्भाव सम्मान प्रदान किए गए। सम्मानित होने वाले लोगों में रामामंडल, जय नारायण यादव, योगेंद्र साह, गोपाल अस्त, दीपक झा, अजीत साह, तनुज चौरसिया एवं रश्मि रानी आदि के नाम शामिल है। सम्मेलन में प्रवीण नारायण चौधरी, विनोद कुमार झा, चंद्र शेखर झा बूढ़ा भाई, सी एम झा पड़वा, मणि भूषण आदि की उल्लेखनीय सहभागिता रही।
