न्यूज़ डेस्क।
पटना, 25 जनवरी।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शनिवार को सुबह भूकम्प जागरूकता रैली का आयोजन किया। रैली का फ्लैगऑफ माननीय मंत्री आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लक्ष्मेश्वर राय ने किया। रैली में BSDMA के अलाबा NDRAF, SDRF, NCC, सिविल डिफेंस, HOME GUARD, जिला पुलिस, सिमेज, नुक्कड़ नाटक की टीम आदि रैली में।शामिल हुए।
रैली सचिवालय स्थित इको पार्क के गेट नंबर तीन से निकलकर गेट नंबर एक होते हुए गेट नंबर दो के समीप सभा मे बदल गया। जहां सभा मे नुक्कड़ नाटक की टीम ने भूकम्प जागरूकता पर आधारित जोगीरा और होली गीत से जागरूकता की आवश्यकता बताया।
आपदा से निपटने में भी बिहार देश में सबसे आगे: विधान सभा अध्यक्ष
भूकम्प जागरूकता रैली को संबोधित करते हुए बिधान सभा के माननीय अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा आपदाओं से निपटने और इसकी तैयारी के मामले में भी बिहार देश के अन्य राज्यो से आगे है। इसके पूरा श्रेय माननीय मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को देते हुए कहा, यह सब सीएम की अग्रसोच की वजह से ही है। माननीय अध्यक्ष ने कहा की जल जीवन हारियाली मिशन भी भूकम्प जैसी आपदा को नियंत्रण करेगा, क्योंकि धरती के ऊपर का संतुलन धरती के नीचे की हलचल को नियंत्रित करता है। प्राधिकरण की इस रैली केलिए बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि आपलोग की यह सफल जागरूकता समाज सेवा ही नही सबसे बढ़कर धार्मिक कार्य भी है, जहां लोगों की नुकशान को कम किया जाता है। उन्होंने कहा अबतो यह जागरूकता कार्यक्रम पंचायत स्तर तक हो रहा है। इसका लाभ सबको मिलेगा।
बिहार के सभी जिले भूकम्प के मामले में संवेदनशील: व्यास जी
वही माननीय उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन प्राधिकरण श्री व्यास जी ने कहा बिहार के सभी 38 जिले भूकम्प के खतरनाक जोन में आते हैं। जिसमें सीतामढ़ी समेत नेपाल से सटे आठ जिले सबसे खतरनाक जोन पांच में आते हैं। रैली में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने 1934 में आये भूकम्प में मुंगेर में 10 हजार लोगों की मौत की जानकारी देते हुए कहा कि उस विकराल भूकम्प की आपदा में हजारों घर जमींदोज हो गए थे। जगह जगह बालू का फव्वारा निकल पड़ा था। भूकंप के जोन चार में आने वाले मुंगेर में इससे पहले इतनी बड़ी आपदा के बारे में कोई कल्पना नही किया था। देश पराधीन था, इसलिये महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू आदि ने खुद पहुंचकर रिलीफ कार्य चलाया था। इसलिए हमलोग 15 से 21 जनवरी तक भूकम्प सुरक्षा जागरूकता सप्ताह का आयोजन करते हैं।
2015 में नेपाल और बिहार में भूकंप से हुई क्षति की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि भूकंप से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। भूकप से कोई मरता नही है। कमजोर घरों के गिरने से जान जाती है। इसलिए भूकंप रोधी भवन के लिए राजमिस्त्री, बिल्डर, इंजीनियर आदि को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 20 हजार राज मिस्त्री, छह हजार से अधिक इंजीनियर को ट्रेनिंग दिया जा चुका है। 25 जिलों में प्रखंड स्तर पर यह कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस साल मई तक सभी जिलों के सभी प्रखंडों में यह ट्रेनिंग शुरू हो जाएगा। रैली को प्राधिकरण के सदस्य पीएन राय, एमसीसी के ब्रिगेडियर प्रवीण कुमार, NDRF के कमांडेंट विजय कुमार, SDRF के केके झा, यूनिसेफ के घनश्याम मिश्रा और इंडियन बैंक के वरीय अधिकारी ने भी संबोधिय किया। इस मौके पर प्राधिकारण के वरीय सदस्य यु के मिश्रा लगातार मौजूद रहे।
कार्यक्रम में ओएसडी शशिभूषण तिवारी समेत प्राधिकरण के अधिकारी कर्मी मौजूद थे। मंच संचालन परियोजना पदाधिकारी डॉ मधुबाला ने किया।
