न्यूज़ ऑफ मिथिला डेस्क. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार राज्य को दो और सौगातें दे सकती है। इस सौगात से सबसे ज्यादा फायदा राज्य के मिथलांचल इलाके को होगा। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि दरभंगा में एम्स बनाने को लेकर मोदी कैबिनेट मंगलवार को मंजूरी दे सकती है। इसके अलावा इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) बनाने के प्रोजेक्ट को भी मंजूरी मिल सकती है। दरभंगा में IIM शुरू करने की मांग लंबे समय से हो रही है। राज्य में IIM के एक भी कैंपस नहीं हैं। अविभाजित बिहार में बना IIM अब जमशेदपुर यानी झारखंड के हिस्से में चला गया है। इन दोनों प्रोजेक्ट को लेकर सरकार ने रूपरेखा तैयार कर ली है।
इससे पहले दरभंगा जिले में एम्स बनाने को लेकर वित्त मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्रालय ने एम्स के लिए बजट पास करने की अनुमति दे दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्राइमरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार दरभंगा में एम्स बनेगा। इस एम्स की क्षमता 750 बेड का होगा। इस परियोजना पर 1361 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
बताया जाता है कि बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली से दरभंगा में एम्स बनाने की डिमांड की थी। 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार दौरे पर आए अरुण जेटली ने इस प्रोजेक्ट पर सहमति जताई थी। अरुण जेटली के निधन के बाद यह प्रोजेक्ट अधर में लटक गया था। अब केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दरभंगा एम्स और राज्य में बन रहे दूसरे सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निर्माण कार्य की समीक्षा की है।
बता दें कि दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर लगातार एम्स की मांग को लेकर सदन में लगातार आवाज़ उठाते रहे हैं साथ ही पत्र के माध्यम से उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा , स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे से दरभंगा में एम्स निर्माण की मांग की थी।
अश्विनी चौबे ने बताया कि दरभंगा एम्स के लिए वित्त मंत्रालय से हरी झंडी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि एम्स के निर्माण के लिए अब जल्द ही तेजी से काम शुरू कराए जाएंगे।
दरभंगा एम्स के शुरू हो जाने से उत्तर बिहार के लोगों को काफी मदद मिलेगी। चौबे ने निर्माण एजेंसी को जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया ताकि ओपीडी की व्यवस्था शुरू हो सके।
यहां बता दें कि बिहार के मिथिलांचल इलाके को हाल ही में एक बड़ा तोहफा दिए जाने की घोषणा की गई है। दरभंगा एयरपोर्ट से नवंबर से उड़ाने शुरू होने वाली हैं। इसके बाद इसी इलाके में एम्स और आईआईएम की घोषणा बड़ी बात मानी जा रही है।
