दरभंगा | समाहरणालय अवस्थित अम्बेडकर सभागार में बुधवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में टीकाकरण में तेजी लाने को लेकर शहरी क्षेत्र के विभिन्न प्रमुख धर्म के प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों व शांति समिति के सदस्यों के साथ बैठक की गई। डीएम ने कहा कि बैठक बुलाने का मकसद यही है कि टीकाकरण कार्य में तेजी लाई जाए। बिहार में छह माह में छह करोड़ वयस्कों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दरभंगा जिले में भी इस लक्ष्य के अनुसार लगभग 26 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाना है। बिहार में अब तक 14 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हम सभी कोरोना महामारी की दूसरी लहर के प्रभाव को देख चुके हैं। कितनी जाने चली गई, कहीं-कहीं शव जलाने की जगह भी नहीं मिलती थी। मृतक के परिजन लाश छोड़कर चले जाते थे। संक्रमण से ग्रसित लोग जिंदगी और मौत के लिए संघर्ष करते थे। डीएम ने बैठक में े कहा कि अनेक प्रयासों के बाद इस लहर से हम बाहर निकले हैं। लेकिन, खतरा अभी टला नहीं है। विश्वभर के विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर -नवंबर तक आ सकती है। इस पर गंभीरता से सोचना होगा। आज की तिथि में टीकाकरण के अलावा इस महामारी से बचने का दूसरा कोई रास्ता नहीं है। डीएम ने कहा कि दरभंगा जिले में लोग पूरे उत्साह के साथ टीकाकरण करवा रहे हैं। लेकिन, कहीं-कहीं अफवाह फैलाई जा रही है, जो बिल्कुल गलत है। यह देखा गया है कि जिन लोगों ने टीका का दोनों डोज लिया था उनमें से बहुत कम लोग ही कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुए और संक्रमित हुए भी तो जल्द ही ठीक हो गए। टीका लेने के बाद यदि कोरोना का संक्रमण होता भी है तो परिणाम उतना गंभीर नहीं होता है। यदि आप टीका लेते हैं तो स्वयं को, अपने परिवार को, अपने समाज को एवं अपने देश को सुरक्षित रखते हैं और कोरोना की चेन तोड़ने में अपना योगदान देते हैं। उन्होंने बैठक में उपस्थित लोगों से कहा कि आपके सहयोग से विगत 20 दिनों से जिले में टीकाकरण की गति में काफी प्रगति हुई है। को-वैक्सीन और कोविशिल्ड दोनों में से टीकाकरण केंद्र पर जो वैक्सीन उपलब्ध हो, उसे लें। डीएम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आवागमन के लिए विश्व के किसी देश द्वारा किसी टीका के संदर्भ में कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। यह किसी टीका के संदर्भ में एक अफवाह है। जो टीका नहीं लगवा रहे हैं वह समाज के लिए भी खतरा उत्पन्न कर रहे हैं। एक व्यक्ति के कारण कई व्यक्ति संक्रमित होंगे।
