दरभंगा । दरभंगा में शनिवार की रात गोली मारकर सुनील राय की हत्या के बाद रविवार को आक्रोश भड़क गया। बवाल सुबह नौ बजे से शुरू हो गया जो शाम के करीब तीन बजे जाकर समाप्त हुआ। इस दौरान स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया। दरभंगा-लहेरियासराय मार्ग को सिनेमा चौक के पास जामकर लोगों ने आगजनी कर दी। इसके अलावा जेपी चौक, दिग्घी रोड को भी आक्रोशित लोगों ने बांस-बल्ला से घेर दिया। आक्रोशितों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हत्यारों की गिरफ्तारी और घटना स्थल पर डीएम को बुलाने की मांग पर सभी अड़े हुए थे।
ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर मृतक के समर्थन में सैकड़ों लोग पहुंच गए। इसके बाद मिर्जापुर चौक से आरोपित विपिन राय के पिता सुरेंद्र राय की साइकिल दुकान की गुमटी को उठाकर सिनेमा चौक ले गए। इसके बाद सामान सहित गुमटी को आग के हवाले कर दिया। लोगों के आक्रोश के सामने पुलिस मूकदर्शक बनी रही । डीएसपी अनोज कुमार के नेतृत्व में नगर, लहेरियासराय, सदर, विश्वविद्यालय, मब्बी, भालपट्टी, बेंता आदि थाने की पुलिस सहित दंगा नियंत्रण दस्ता के जवान तैनात थे।
पदाधिकारियों की कोई भी बात मानने को आक्रोशित तैयार नहीं थे। पोस्टमार्टम होने के बाद मृतक के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर घंटो विलाप करते रहे। इससे पुलिस की परेशानी ज्यादा बढ़ गई। नाराज लोगों का कहना था कि जब तक कोतवाली ओपी प्रभारी उदय शंकर को निलंबित नहीं किया जाएगा तब तक शव सड़क पर ही रहेगा। इसके बाद डीआइजी विनोद कुमार ने मामले पर संज्ञान लेते हुए ओपी प्रभारी को लाइन हाजिर करने का आदेश दिया। इसकी सूचना परिजनों को दी गई।
वहीं सदर सीओ अरूण कुमार सक्सेना ने मृतक की पत्नी अनीता देवी को पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये और स्थानीय पार्षद की ओर से कबीर अंत्योष्टि की राशि दी गई। तब जाकर परिजनों ने तीन बजे अंतिम संस्कार के लिए शव को सड़क से उठाकर ले गए। बता दें कि नाग मंदिर स्थित बल्लो पोखर निवासी राम प्रसाद राय के पुत्र सुनील राय की शनिवार की रात मोहल्ला के ही सुरेंद्र राय के पुत्र विपिन राय, चंदन राय, अमर राय, शैलेंद्र राय ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।