दरभंगा : नागरिक संशोधन कानून के समर्थन में हिन्दू संगठनों की ओर से आज एक विशाल रैली निकाली गयी। कामेश्वरनगर स्थित मनोकामना मंदिर परिसर से यह जुलूस संयोजक मनीष जायसवाल और बजरंगदल जिला संयोजक राजीव प्रकाश मधुकर के नेतृत्व में शहर के मुख्य मार्गो से गुजरता हुआ लहेरियासराय स्थित धरनास्थल पर सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए शिक्षाविद् जितेन्द्र नारायण ने कहा कि इस कानून से भारत में रह रहे नागरिकों को कोई खतरा नहीं है। यह कानून अतिथि देवो भव: और बसुधैव कुटुम्बकम् का परिचायक है। उन्होंने कहा कि यह कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाक अधिकृत कश्मीर में रह रहे अल्पसंख्यक प्रताड़ित हिन्दू, सिख, बौद्ध, पारसी और जैन समुदाय के लोगों के हित में है। इस कानून से भारत में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि कानून नागरिकता छीनने का नहीं अपितु नागरिकता प्रदान करने का है। डॉ. नारायण ने उत्साहित होकर कहा कि यह जुलूस उनलोगों के मुंह पर करारा तमाचा है जो लोग नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सड़कों पर निकलकर आमलोगों को दिगभ्रमित कर रहें हैं। संयोजक मनीष जायसवाल ने कहा कि कानून पारित करने के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बधाई के पात्र हैं। पूर्ववर्ती सरकारों की गलत नीतियों से अल्पसंख्यकों की स्थिति दयनीय होती चली गयी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के सपनों का भारत साकार करने का यह कानून है। बजरंगदल के जिला संयोजक राजीव प्रकाश मधुकर ने कहा कि यह कानून नागरिकता देने का कानून है। कार्यक्रम में दुर्गापूजा समन्वय समिति, रामनवमी के सभी व्यायामशाला, बजरंगदल, राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ, विद्यार्थी परिषद्, विश्व हिन्दू परिषद्, सेवा भारती आदि के सदस्यों ने भाग लिया। वहीं इस अवसर पर राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक राजाराम, अविनाष कुमार, धर्म कुमार, सुनील राय, मुकेश महासेठ, रामबाबू साह, आदित्य नारायण चौधरी मन्ना, अजीत कुमार, धर्मशिला गुप्ता, लक्ष्मण झुनझुनवाला, श्रीनारायण मिश्र, राकेश कुमार, निशांत कुमार चौधरी, सूरज मिश्रा, तरूण पासवान, सौरभ ओझा, भरत राम, जीवछ सहनी, विधायक संजय सरावगी, विधान पार्षद अर्जुन सहनी, डॉ. मुरारी मोहन झा, हरि सहनी, दिलीप झा, पिन्टु भंडारी, मणिकांत ठाकुर, सुमित सिंह, हेमन्त, विनय दास, सुधानन्द झा, अजय मिश्रा, मनोज मंडल, भरत सहनी, तनवीर हसन, कामोद राय, संतोष साह, रंजीत पासवान, वेद व्यास, अशोक झा, संतोष पोद्दार, रतन पासवान आदि उपस्थित थे।
