दरभंगा:- पूर्व विधान परिषद प्रो० विनोद कुमार चौधरी ने जिला प्रशासन व क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार विभाग से मांग की है कि लहेरियासराय से शंकर रोहाड़ बिठौली तक वाया सुरहाचट्टी, अनारकोठी, एमबी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, क्रांति स्तंभ, श्रीदिलपुर, श्रीराम पिपरा, पनसीहा चौक, उघरा, खैरा, उज्जैना, भच्छी, महुली, तुर्की होते हुए शंकर रोहाड़ बिठौली तक सरकारी बसों का परिचालन होना चाहिये। आगे उन्होंने कहा कि इस पथ पर अभी तक एक भी सरकारी या निजी बसों का परिचालन नहीं होता है। अगर इस सड़क पर सरकारी बसों का परिचालन होता है तो यकीनन इस क्षेत्र में नारी शिक्षा की दिशा में एक क्रांतिकारी परिवर्तन होगा। शहरी क्षेत्र से यह क्षेत्र जुड़ जाएगा। एमबी कॉलेज ऑफ एजुकेशन में दूर-दराज से अध्ययरत छात्र-छात्राओं को भी सीधे महाविद्यालय गेट तक बसों की सुविधा प्राप्त होगी। लोग ऐतिहासिक क्रांति स्तंभ श्रीदिलपुर के भव्यता को देख पाएंगे और अपने ऐतिहासिक स्थल के महत्व को समझ पाएंगे। जल्द ही क्रांति स्तंभ श्रीदिलपुर अपने पूरे शबाब पर होगा। स्वामी नारायण मंदिर खैरा जिला में अपने आप में एक अनोखा मंदिर है जिसकी भव्यता राहगीरों का मनमोह लेता है। अगर दक्षिण भारत के मॉडल पर बने इस स्वामी नारायण मंदिर को बसों के रूट से जोड़ दिया जाय तो जिले के किसी भी कोने से लोग पर्यटन के लिये पर्यटक स्वामी नारायण मंदिर व क्रांति स्तंभ तक आ पाएंगे।
इस रूट पर अगर बसों का परिचालन होता है तो सहरसा व बिरौल से दरभंगा का सबसे न्यूनतम दूरी वाला यह सड़क होगा और इस क्षेत्र का विकास भी होगा। शिक्षा के हब आनंदपुर से यह क्षेत्र जुड़ जाएगा। आज आनंदपुर में प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय, उच्च विद्यालय, महिला उच्च विद्यालय, महाराजा रामेश्वर सिंह महाविद्यालय से लेकर कई निजी स्कूल व निजी कोचिंग सेंटर तक हैं। सुरहाचट्टी में एकमात्र सरकारी बैंक SBI भी है। इस सड़क पर बसों के परिचालन से शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति तो होगी ही साथ ही साथ महिला शिक्षा के लिये बसों का परिचालन वरदान साबित होगा।
आगे उन्होंने कहा कि दरभंगा-सकरी-उजान-कथवार-मछैता-ठेंगहा-मधेपुर/भगवानपुर-भेजा रूट पर, दरभंगा-आशापुर-पकड़ी-अलीनगर-कुरसों-ठेंगहा-मधेपुर/भगवानपुर-भेजा रूट पर घनश्यामपुर-जयदेवपट्टी-ठेंगहा महिया-राजाखरवार-झंझारपुर रूट पर हो सरकारी बसों का परिचालन सुनिश्चित होना चाहिये ताकि आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व व्यापारिक रूप से क्षेत्र का विकास हो सके।
