रेड एवं ग्रीन जोन जिला से आने वाले प्रवासियों को अलग-अलग रखा जायेगा।
क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित सभी लोगों की गहन स्क्रीनिंग होगी।
सभी क्वारंटाइन केन्द्रों में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था करने का निदेश।
दरभंगा : कोरोना महामारी की रोकथाम हेतु देशभर में लागू लॉक डाउन में छूट दिये जाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का लगातार जिला में आगमन हो रहा है। इसमें रेड जोन जिला के प्रवासी भी शामिल हैं । जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने रेड जोन एवं ग्रीन जोन जिला से आने वाले प्रवासियों को अलग-अलग क्वारंटाइन सेन्टरों में रखने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया हैं ।
कहा है कि देश में 130 रेड जोन जिला चिन्ह्ति है, इन जिलों से आने वाले लोगों में कोरोना के लक्षण हो सकते हैं । इसलिए प्रारंभ से ही ऐहितियात बरतते हुए इन्हें अलग-अलग रखा जाये एवं सभी आवासितों की गहन स्क्रीनिंग कराई जाये। किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाये जाने पर उनका तुरंत सैंपल निकलवाकर जांच हेतु डी.एम.सी.एच. भेजी जाये। उन्होंने ये बातें कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित बैठक में कही है।
उन्होंने कहा कि सभी क्वारंटाइन केन्द्रो को कंटेंनमेट जोन बना दिया गया है। इसलिए प्रखण्ड क्वारंटाइन केन्द्र्रों में आवासित लोगों को 14 दिनों तक वहां रखनी है। ये लोग यत्र-तत्र नहीं घूमेगें। इन्हें भोजन, आवासन, अंगवस्त्र, बर्त्तन एवं दैनिक उपयोग की अन्य जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। कहा कि इन्हें 14 दिनों तक प्रखण्ड क्वारंटाइन में रखने के बाद अगले 07 दिनों के लिए विल्लेज क्वारंटाइन केन्द्रों में शिफ्ट किया जाना है।
उन्होंने कहा कि आगे भी बड़ी संख्या में प्रवासियों के जिला में लौटने की संभावना है। इसलिए प्रखण्ड मुख्यालय में उपलब्ध सभी भवनों की मैपिंग कर उसमें पानी, बिजली, शौचालय की व्यवस्था अग्रिम तौर पर सुनिश्चित हो जानी चाहिए।
बैठक में उपस्थित वरीय पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने सभी अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी से कहा है कि सभी क्वारंटाइन केन्द्रों में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था रखी जाये। सभी अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी एवं थाना प्रभारी प्रतिदिन क्वारंटाइन केन्द्रों का निरीक्षण करें। वहां प्रतिनियुक्त पुलिस बल, होमगार्ड, चौकीदार आदि के गतिविधि की जांच करें। सुरक्षा में वहां कोई भी लापरवाही पाये जाने पर तुरंत कार्रवाई करें। लापरवाह पुलिस अधिकारी/कर्मियों के विरूद्ध रिपोर्ट भेजें।
उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित व्यक्तियों के द्वारा भी सरकारी कर्मियों के विरूद्ध दुर्व्यवहार किये जाने की शिकायतें मिली है। कहा कि ऐसे लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाये। ऐसे लोगों पर सरकारी कार्य में व्यवधान का मामला दर्ज की जायेगी। उन्होंने कहा कि अभी क्वारंटाइन केन्द्रों की सुरक्षा को सर्वोंच्च प्राथमिकता दी जाये।
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को क्वारंटाइन केन्द्रों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने का भी निदेश दिया है। साथ ही सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को प्रत्येक दो दिन पर सभी क्वारंटीन केंद्रों का निरीक्षण कर वहां की सभी व्यव्श्थाएँ पुख्ता रखने का निर्देश दिया गया.
इस बैठक में डी.एम./एस.एस.पी. सहित नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सिविल सर्जन, सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारी, सभी प्रखण्डों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, थाना प्रभारी आदि उपस्थित थे।
