दरभंगा/ कुशेश्वरस्थान ,संतोष पौद्दार । महाशिवरात्रि की अहले सुबह से ही श्रद्धालु की भीड़ उमड़ पड़ी महाशिवरात्रि लाखो शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया। शिवभक्त की टोली एवं कांवरियो ने शिव की नचारी गाते हुए गाजे बाजे के साथ पॉव पैदल बाबा नगरी पहुचना पहुँच रहे थे। शिवभक्त हर हर महादेव , ॐ नमः शिवाय , बोलबम बोल बम तथा जय कुशेश्वरनाथ के जयकारे से देर शाम तक शिवनगरी गूँजता रहा। श्रद्धालु शिवगंगा पोखर में स्नान कर चन्द्रकुप से जल भरने के लिए पहले हम पहले हम कर रहे थे। चन्द्रकूप ओर भीड़ को देखकर कई श्रद्धालु चन्द्रकूप से मोटरेबल पाइप के माध्यम से जल पात्र में जलभकर बाबा की जलाभिषेक किया। मंदिर के गर्भगृह तक पहुचने के लिए अपनी लाइन में घंटों तक इन्तजार करते रहे। इस दौरान हर-हर महादेव,बोल बम-बोलबम के नारो से शिवालय गूँजता रहा। जलाभिषेक का सिलसिला दोपहर विश्राम के बाद देर शाम तक जारी रहा।
श्रद्धालु को किसी भी प्रकार की कठिनाई ना हो इसके लिए स्थानीय थाना ,दुर्गा स्थान,असमा चौक पर बास बल्ले से बेरियर लगाया गया था। दुसरी ओर बड़े वाहन के प्रवेश पर सख्त रोक लगा दी गई थी एवं पारो चौक के पास ही बड़े वाहन के ठहराव के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई थी । वही दो पहिया वाहनों के लिए उच्च विद्यालय के प्रांगण में पार्किंग की व्यवस्था की गई।
श्रद्धालुओं की पुख्ता सुरक्षा तथा असमाजिक तत्वो पर नजर ऱखने के लिए न्यास समिति के सदस्यों के द्वारा सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जा रही थी । साथ ही न्यास समिति के सदस्य माईकिंग के जरिये श्रधालुओ को हर जरूरी घोषणा कर रहे थे । वही गर्भगृह,मंदिर परिसर,प्रवेश द्वार,शिवगंगा घाट,खगड़िया धर्मशाला सहित चिन्हित जगहो पर दण्डाधिकारी के साथ महिला एंव पुरूष बल तैनात थे एंव आवाजाही को आसान बना रहे थे। साथ ही न्यास समिति के सदस्यों तथा थाना अध्यक्ष मनीष कुमार खुद मंदिर में लगे भीड़ पर पैनी नजर बनाए हुए थे। श्रद्धालुओं को माईकिंग के जरिए सावधानी वरतने की सलाह दे रहे थे। वही श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई ना हो इसके लिए सुबह से ही बिरौल एसडीपीओ दिलीप कुमार झा संबंधित कर्मियों को हर जरूरी दिशा निर्देश देते रहे। इसी बीच शिव विवाह की झाँकी निकालने के लिए कइ तरह की तैयारी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि आज की रात भगवान शिव की बारात बाज़ार स्थित बरगाँव से आयेंगे जिसमें कई प्रकार की भगवान की झाँकिया निकाली जाती है।
शिवभक्त बाबा की विवाह के आनंद लेने के लिए रातभर मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ साथ कई तरह की झाकिया निकलते है। पुनः सुबह में बाबा की जलाभषेक के बाद ही शिवभक्तगन लौटते है।
वही दूसरी ओर सालमगढ़ शिवमंदिर एवं तिलकेश्वर शिवमंदिर में भोलेनाथ एवं माँ पार्वती की झाकिया निकली जाती है।
