दरभंगा । भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति झा आजाद ने शनिवार को खुलकर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व व राज्य सरकार पर हमला बोला। कहा कि केंद्र व राज्य सरकार मिथिलांचल की भोली-भाली जनता को छल रही है। जुमलेबाज की सरकार में धरातल पर कोई काम नहीं दिख रहा है। सांसद आदर्श ग्राम योजना फिसड्डी साबित हुई है। स्वयं प्रधानमंत्री ने जिस गांव को गोद लिया, वह सांसद आदर्श ग्राम नहीं बन सका। सांसद आदर्श ग्राम योजना की घोषणा कर पीएम ने सांसद और जनता को झांसा दिया। भाजपा को चेतावनी दी कि अगर हिम्मत है तो मुझे पार्टी से निष्कासित करें। कहा कि बीजेपी से लेकर कई दलों के नेता उनके संपर्क में हैं। सारे विकल्प खुले हुए हैं। यदि बीजेपी अपने घर में बैठे चोरों के ऊपर कार्रवाई करें तो वे पार्टी से चुनाव लड़ने की सोच सकते हैं। बीजेपी पर तंज कसते कहा कि ¨हदू सनातन धर्म में ऐसे संस्कार नहीं है कि दिवंगत नेताओं के ऊपर टिप्पणी की जाए। चुनाव से ठीक पहले एम्स की घोषणा स्टंट : कीर्ति ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले दरभंगा में एम्स की घोषणा करना चुनावी स्टंट है। जब 2015 में ही एम्स स्वीकृत हुआ तो आखिर तीन वर्ष से घोषणा क्यों नहीं की गई। कहा कि चुनाव के वक्त राज्य सरकार ने डीएमसीएच परिसर का प्रस्ताव एक साजिश के तहत भेजा। सीएम पर आरोप लगाया कि संपूर्ण साजिश दरभंगा से एम्स को बिहारशरीफ और नालंदा ले जाने की है। मानक के अनुरूप नहीं होने का बहाना बताकर केंद्र सरकार ने प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। कीर्ति ने एम्स को दरभंगा से अन्यत्र स्थानांतरित करने पर जनआंदोलन की चेतावनी दी है। कहा कि इस प्रस्ताव पर पुर्नविचार के लिए पीएम ने भी समय नहीं दिया। कहा कि बिहारशरीफ को स्मार्ट सिटी में शामिल करना दरभंगा की हकमारी है। जून 2017 में राज्य सरकार से नागर विमानन मंत्रालय से दरभंगा में हवाई सेवा के लिए समझौता किया गया था। मामला दरभंगा का था, इसलिए मुख्यमंत्री ने 30 एकड़ जमीन का आज तक अधिग्रहण नहीं किया।
सांसद कीर्ति आजाद ने चुनाव लड़ने के सवाल का जबाव देते कहा कि चुनाव चाहे किसी पार्टी से लडू लोकेशन दरभंगा ही होगा। परिस्थिति चाहे जो भी हो। कहा कि महागठबंधन सहित तृणमूल कांग्रेस के नेता मेरे संपर्क में हैं। हालांकि उन्होंने कुछ भी साफ कहने से परहेज किया। कहा कि अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की सार्वजनिक घोषणा नहीं की है।
