नई दिल्ली ,न्यूज़ ऑफ़ मिथिला । भारत के पूर्व कानून मंत्री राम बुलचंद जेठमलानी के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मिथिलालोक फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं जानेमाने लेखक डॉ बीरबल झा ने कहा कि देश ने एक कानून के महारथी खो दिया है। जिन्होंने 17 साल की उम्र में कानून की डिग्री हासिल की और लाहौर से लेकर भारत के सर्वोच्च न्यायालय तक वकालत किये । राम जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर 1923 को पाकिस्तान में हुआ था। 8 सितंबर 2019 को दिल्ली में अपने निवास स्थान पर उनका निधन हो गया । वे कानून के बड़े ज्ञाता थे। उन्हें अक्सर कानूनी बिरादरी और नवोदित कानून के छात्रों के बीच एक संदर्भ के रूप में उद्धृत किया जायेगा ।
मिथिला के ‘यंगेस्ट लिविंग लीजेंड’ के रूप प्रख्यात डॉ बीरबल झा ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि राम जेठमलानी का मिथिला से गहरा रिश्ता था। उनकी पहली पत्नी दुर्गा से पैदा हुई पहली बेटी रानी जेठमलानी की शादी मिथिला के पुत्र प्रख्यात पत्रकार प्रेम शंकर झा से हुई थी । रानी जेठमलानी जो पेशे से वकील और सोशल एक्टिविस्ट थी का निधन कुछ साल पहले ही हो गया था।
डॉ बीरबल दुखी परिवार के साथ खड़ा होते हुए दिवंगत आत्मा को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।