नई दिल्ली । बिहार के मोतिहारी में पत्रकारिता की पढाई के लिए भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) जल्द ही अपना केंद्र खोलेगा। इसके साथ ही वह मिथिला, मैथिली और मिथिलांचल में शोध, स्टडी के लिए कार्यक्रम शुरू करेगा।आईआईएमसी के महानिदेशक केजी सुरेश ने यह जानकारी मैथिल पत्रकार ग्रुप की ओर से प्रेस क्लब में आयोजित मिथिल महोत्व-4 और प्रथम मिथिला लिटरेचर फेस्टिवल में शनिवार को दी। इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के दिलीप पांडेय ने दिल्ली के राजकीय विद्यालयों में छठी से लेकर बारहवीं तक मैथिली भाषा को जल्द ही शैक्षिक भाषा के रू प में शुरू करने का भी ऐलान किया। प्रथम लिटरेचर फेस्टिवल में देश-विदेश के मीडिया हाउस से जुडे दो दर्जन पत्रकारों एवं साहित्यकारों ने अपने विचार रखे। उन्होंने मिथिला अैर मैथिली के विकास को लेकर अपने सुझाव और प्रस्ताव भी पेश किए।
इस अवसर पर केजी सुरेश ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि वह मैथिल पत्रकार ग्रुप के साथ जनवरी से ही विभिन्न स्टडी कार्यक्रम की शुरू आत कर दें। मैथिली -ाोजपुरी अकादमी के उपाध्यक्ष नीरज पाठक ने कहा कि वह मैथिल पत्रकार ग्रुप के साथ हैं। जिसमें उन्होंने मिथिला पर स्टडी शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। इसमें आईआईएमसी के साथ ही मैथिली-भोजपुरी अकादमी भी तैयार है। केजी सुरेश ने कहा कि वह मैथिली की वेबसाइट, अखबार और यू-ट्यूब चैनल शुरू करने को लेकर शॉर्ट टर्म कोर्स भी शुरू करेंगे। इसके लिए वह मैथिल पत्रकार ग्रुप का भी परामर्श लेंगे।
